शराब की दुकान का दसवें दिन भी विरोध जारी, धरना स्थल पर पहुंचीं मृतक अजेंद्र की मां
- ANH News
- 2 दिन पहले
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मुनिकीरेती के खारास्रोत में अंग्रेजी शराब की दुकान के विरोध में स्थानीय लोगों का आंदोलन लगातार छठवें दिन भी जारी रहा। आंदोलनकारी दुकान बंद करने की मांग को लेकर धरने पर डटे रहे, लेकिन शुक्रवार को पुलिस ने अनशन पर बैठे दिनेश चंद्र मास्टर को जबरन उठाकर एम्स में भर्ती करा दिया।
स्थानीय आंदोलनकारियों का कहना है कि शराब की दुकान से सिर्फ लगभग 150 मीटर की दूरी पर ही धरना चल रहा था। दिनेशचंद्र मास्टर और विकास रयाल अनशन पर बैठे थे, जबकि उनके साथ कई अन्य लोग पार्किंग में टेंट लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच, सुरक्षा के मद्देनजर आबकारी और पुलिस विभाग ने दुकान को छावनी में तब्दील कर दिया था। शुक्रवार को दोनों विभागों के करीब 100 कर्मचारियों की तैनाती के बावजूद दुकान निर्धारित समय पर खुली रही।
आंदोलनकारियों ने सरकार और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की और जोर देकर कहा कि शराब की दुकान स्थानीय लोगों की मांगों के बावजूद फिर से नहीं खुलनी चाहिए। इस मौके पर पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत ने भी उपस्थित होकर कहा कि यह दुकान किसी भी हालत में नहीं चलने दी जाएगी। उन्होंने लिखा कि प्रशासन ने आश्वासन देने के बावजूद दुकान खोली गई, जो कि आंदोलनकारी और स्थानीय जनता के साथ अन्याय है। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी नागरिक को इस तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, इसलिए खारास्रोत में शराब की दुकान हटाना अनिवार्य है।
दुकान और उसके आसपास शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुलिस ने 25 जवान तैनात किए थे, जबकि आबकारी विभाग के लगभग 75 कर्मचारी टिहरी, हरिद्वार और देहरादून से आए थे। धरना-प्रदर्शन और भारी सुरक्षा के कारण शराब की दुकान पर आम दिनों की तुलना में भीड़ काफी कम दिखी। स्थानीय खरीदार भी सुरक्षा व्यवस्था को देखकर दुकान से दूरी बनाए रखते नजर आए।
आबकारी निरीक्षक समरवीर बिष्ट ने बताया कि शासन के आदेश के अनुसार दुकान का संचालन किया जा रहा है और जैसे ही कोई नया आदेश आता है, उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। मुनिकीरेती थानाध्यक्ष प्रदीप चौहान ने कहा कि पुलिस का मुख्य उद्देश्य शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में अदालत से कुछ निर्देश प्राप्त हुए हैं, जिनका पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।





