अमूल्य जीवन..खत्म कतई न करें...विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर AIIMS ऋषिकेश का कठोर संदेश
- ANH News
- 11 सित॰
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अपडेट करने की तारीख: 12 सित॰

एम्स ऋषिकेश द्वारा विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें एम्स के चिकित्सकों ने छात्र-छात्राओं को किसी भी परिस्थिति में आत्महत्या जैसे गंभीर कदम से बचने के लिए प्रेरित किया। यह कार्यक्रम बुधवार को आवास विकास क्षेत्र स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में संपन्न हुआ, जिसका शुभारंभ एम्स कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्राचार्या प्रोफेसर स्मृति अरोड़ा ने किया। उन्होंने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में जीवन के अमूल्य मूल्य, मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल तथा आत्महत्या जैसी घातक प्रवृत्तियों से दूर रहने का महत्वपूर्ण संदेश दिया। प्रो. अरोड़ा ने स्पष्ट किया कि आत्महत्या कभी भी किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकती, बल्कि यह न केवल व्यक्ति के लिए बल्कि पूरे परिवार और समाज के लिए गहरे दुःख और पीड़ा का कारण बनती है।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जीवन में असफलताएँ और चुनौतियाँ तो आती रहती हैं, लेकिन उनसे भागना या हार मान लेना उचित नहीं। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपनी परेशानियों और मानसिक कष्टों को अपने माता-पिता, मित्रों या शिक्षकों के साथ साझा करें ताकि वे उचित मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें। हर कठिनाई का समाधान संभव है, बस धैर्य और सकारात्मक सोच बनाए रखना आवश्यक है। जीवन की रक्षा करना और इसे संजोना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम के दौरान एम्स की टीम ने नाट्य मंचन के माध्यम से भी आत्महत्या से बचाव और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया, जिससे छात्र-छात्राओं में जागरूकता और संवेदनशीलता पैदा हुई। विद्यालय परिवार की ओर से प्रोफेसर स्मृति अरोड़ा को उनके योगदान के लिए अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन एम्स की छात्रा शीतल ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत, वाइस प्रिंसिपल नागेन्द्र पोखरियाल, गृह परीक्षा प्रभारी रामगोपाल रतूड़ी, मीडिया प्रभारी नरेन्द्र खुराना, तथा एम्स के डॉक्टर जेवियर बेलसियाल, सचिन द्विवेदी, जीवी अन्नपूर्णा, मुकेश कुमार, संजना कमरा, हीना वार्ती, जगदीश कुमार, शुभम, हिमांशु शर्मा, जीबी विनायक, तमन्ना, सोनम चौधरी, शालिनी सिंह, वैषाली शर्मा, शिवानी थपलियाल सहित अन्य अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम ने न केवल युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने और आत्महत्या जैसी घातक प्रवृत्तियों से दूर रहने की प्रेरणा भी दी।





