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दीपावली के बाद हवा हुई साफ, दून समेत तीन स्थानों पर संतोषजनक श्रेणी में AQI

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 26 अक्टू॰
  • 2 मिनट पठन
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दीपावली के बाद उत्तराखंड में वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है। राज्य के अधिकांश शहरों में अब हवा की स्थिति संतोषजनक से मध्यम श्रेणी में पहुंच गई है, जबकि कुछ स्थानों पर यह अच्छी श्रेणी में भी दर्ज की गई है। यह साफ संकेत है कि पर्व के बाद प्रदूषण स्तर में गिरावट आई है और वातावरण धीरे-धीरे स्वच्छ हो रहा है।


राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा 23 अक्तूबर को जारी आंकड़ों के अनुसार, हल्द्वानी सहित चार स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) मध्यम श्रेणी में रहा, जबकि तीन स्थानों पर यह संतोषजनक श्रेणी में दर्ज किया गया। राज्य में सबसे स्वच्छ हवा का दर्जा टिहरी को मिला, जहां एक्यूआई केवल 46 रहा, जो ‘अच्छी श्रेणी’ में आता है और वहां की वायु पूरी तरह शुद्ध और स्वास्थ्य के अनुकूल मानी जा रही है।


राजधानी देहरादून में तीन स्थानों पर हवा की नियमित निगरानी की जा रही है। यहां औसत एक्यूआई 98 दर्ज किया गया, जो संतोषजनक श्रेणी में है। इसी तरह ऋषिकेश में दो स्थानों पर की गई निगरानी में औसत एक्यूआई 88 दर्ज हुआ, जबकि नैनीताल में यह 82 रहा, जो दोनों ही शहरों में वायु गुणवत्ता के सामान्य और अपेक्षाकृत स्वच्छ होने का संकेत देता है।


इसके विपरीत, औद्योगिक गतिविधियों और यातायात की अधिकता वाले कुछ शहरों में वायु गुणवत्ता अब भी मध्यम स्तर पर बनी हुई है। हल्द्वानी में एक्यूआई 117, काशीपुर में 122, रुद्रपुर में 134 और हरिद्वार में 137 दर्ज किया गया। ये सभी स्थान मध्यम श्रेणी में आते हैं, यानी यहां की वायु सामान्य जनजीवन के लिए तो सुरक्षित है, लेकिन लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से संवेदनशील लोगों को हल्की परेशानी हो सकती है।


विशेषज्ञों का मानना है कि दीपावली के दौरान आतिशबाजी से वायु प्रदूषण में अस्थायी वृद्धि हुई थी, लेकिन पर्व के बाद मौसम में बदलाव, ठंडी हवाओं का प्रवाह और साफ आसमान के कारण वायु गुणवत्ता में तेजी से सुधार हुआ है। यह सुधार इस बात का संकेत भी है कि अगर स्थानीय स्तर पर प्रदूषण नियंत्रण के उपाय लगातार जारी रहे तो उत्तराखंड आने वाले दिनों में और स्वच्छ वायु की दिशा में आगे बढ़ सकता है।

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