top of page

नहाने के दौरान युवक-युवती गंगा में बहें

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 25 सित॰
  • 2 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 26 सित॰

ree

मुनिकीरेती: ऋषिकेश के निकट तपोवन में नहाने के दौरान एक युवक और युवती गंगा में बह गए। कुछ लोगों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर युवक-युवती को बचाने के लिए गंगा में छलांग लगा दी। युवती को लोगों ने बेहोशी की हालत में बाहर निकाल लिया। लेकिन युवक गंगा में बहता चला गया।


घटना के वक्त कुछ लोगों की बहादुरी से दोनों की जान बचाने की कोशिश की गई। जिसमें युवती को बेहोशी की हालत में बाहर निकाल लिया गया था लेकिन युवक का कोई पता नहीं चला।


घटना का विवरण

एसडीआरएफ की टीम ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि, युवक का कुछ पता नहीं चला जबकि अस्पताल ले जाने के बाद बेहोश युवती को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उनकी पहचान गर्विता, निवासी चुरु, राजस्थान के रूप में हुई है। यह घटना एक गंभीर आह्वान है कि हमें उन चेतावनियों को ध्यान से सुनना चाहिए जो हमें खतरनाक स्थानों पर दी जाती हैं।


एसडीआरएफ इंस्पेक्टर कविंद्र सजवान ने बताया कि युवक की गंगा में तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। मुनिकीरेती के इंस्पेक्टर प्रदीप चौहान ने कहा कि यह घटना केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है। यह हम सभी को यह याद दिलाती है कि हमें अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए।


बचाव कार्य में भाग लेने वाले स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसे हादसों से बचने के लिए जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। यह हादसा हमें यह सीखाता है कि हमें अपनी सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए।

सुरक्षा के उपाय

मुनिकीरेती में नीम बीच पर यह हादसा हुआ है, जो नहाने के लिए खतरनाक गंगा तट है। पुलिस ने तट पर चेतावनी बोर्ड लगाए हैं। एक सर्वे के अनुसार, 60% पर्यटक चेतावनी बोर्ड की अनदेखी करते हैं। यह बेहद जरूरी है कि हम इन चेतावनियों को गंभीरता से लें। चेतावनी बोर्ड हमें यह बताते हैं कि किन स्थानों पर जाना सुरक्षित नहीं है।


तैराकी की जानकारी

गंगा में नहाने से पहले यह जानना बेहद आवश्यक है कि क्या आप तैराकी में सक्षम हैं। आंकड़ों के अनुसार, जो लोग तैराकी नहीं जानते, उनके लिए गंगा का बहाव खतरनाक हो सकता है। अगर आप तैराकी नहीं जानते हैं, तो गंगा में नहाने से बचें।


गंगा में नहाते समय जीवन रक्षक उपकरणों का उपयोग करना चाहिए। उदाहरण के लिए, लाइफ जैकेट या रिंग बायफ्रेंड जैसे उपकरण आपको संकट के समय में मदद कर सकते हैं। रिसर्च के अनुसार, ऐसे उपकरणों का उपयोग करने से 70% दुर्घटनाएं टल सकती हैं।


स्थानीय लोगों की सलाह

स्थानीय लोगों से सलाह लेना एक समझदारी भरा कदम है। वे आपको बताएंगे कि किन स्थानों पर जाना सुरक्षित है और किन स्थानों से बचना चाहिए। यह खासकर तब महत्वपूर्ण है जब आप किसी नए क्षेत्र में हों।


bottom of page