Guru Nanak Dev Prakash Parv: गुरु नानक देव जी का 556वां प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया
- ANH News
- 3 घंटे पहले
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ऋषिकेश: सिख धर्म के प्रथम गुरु, श्री गुरु नानक देव जी महाराज का 556वां प्रकाश पर्व श्रद्धा, उल्लास और भक्ति भाव के साथ पूरे उत्साह से मनाया गया। इस पावन अवसर पर गुरुद्वारों में सुबह से ही संगतों का तांता लगा रहा। श्री गुरुद्वारा श्री सिंह सभा को झालरों और रोशनी से सुसज्जित किया गया, जिससे पूरा परिसर आध्यात्मिक आभा से आलोकित हो उठा। सजे हुए दीवान में श्रद्धालुओं ने बड़ी श्रद्धा से मत्था टेका और गुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया।
प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में हजूरी रागी जत्थों ने मधुर शबद-कीर्तन प्रस्तुत किया, जिसकी पवित्र ध्वनि से वातावरण गुंजायमान हो उठा। संगत भक्ति रस में लीन होकर ‘वाहे गुरु’ के नाम का स्मरण करती रही। वक्ताओं ने श्री गुरु नानक देव जी के जीवन, उनके उपदेशों और उनके द्वारा दिखाए गए सत्य, समानता और सेवा के मार्ग पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी का संदेश केवल सिख समुदाय के लिए ही नहीं, बल्कि समस्त मानवता के कल्याण का मार्ग है।
गुरुद्वारे में अटूट लंगर का आयोजन किया गया, जो देर शाम तक निरंतर चलता रहा। श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन का आनंद लेने के बाद गुरु का प्रसाद ग्रहण किया। सेवा दल के सेवादारों ने पूरे समर्पण भाव से संगत की सेवा की, ताकि किसी भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो। हर ओर भक्ति, प्रेम और भाईचारे की भावना झलक रही थी।
रात्रि में प्रकाश पर्व का उल्लास और भी बढ़ गया जब गुरु प्रेमियों ने आतिशबाजी कर आकाश को रंगीन रोशनी से भर दिया। इस दौरान ‘जो बोले सो निहाल... सत श्री अकाल’ के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा। ऋषिकेश में भी इस अवसर पर सामूहिक अरदास और कीर्तन का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
विधायक प्रेमचंद अग्रवाल सहित अनेक गणमान्य लोगों ने गुरुद्वारे पहुंचकर मत्था टेका और गुरु नानक देव जी के चरणों में नमन किया। पूरे दिन गुरुद्वारों में श्रद्धा, सेवा और भक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला। गुरु नानक देव जी का यह प्रकाश पर्व न केवल सिख समाज के लिए, बल्कि सम्पूर्ण मानव समाज के लिए प्रेम, करुणा और एकता का संदेश लेकर आया।





