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तीर्थयात्रियों के लिए झटका: चारधाम हेली सेवा के किराए में बढ़ोतरी, 10 सितंबर से बुकिंग

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 9 सित॰
  • 2 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 10 सित॰

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उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दूसरे चरण में हेली सेवा का किराया काफी हद तक बढ़ा दिया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों को अब अपने धाम तक पहुंचने के लिए अधिक रकम चुकानी पड़ेगी। राज्य के नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने हेली सेवा के किराए में 45.86 प्रतिशत तक की वृद्धि की है, जो पिछले वर्षों की तुलना में यात्रियों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।


यूकाडा के सीईओ आशीष चौहान ने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत के दौरान बताया कि इस बार हेली सेवा का संचालन सीमित संख्या में यात्रियों के लिए ही किया जाएगा, क्योंकि यात्रियों की संख्या में लगभग 30 प्रतिशत की कटौती की गई है। इसी कारण किराए में इस बढ़ोतरी को आवश्यक माना गया है। उन्होंने यह भी बताया कि हेली सेवा को 15 सितंबर से शुरू करने के लिए डीजीसीए (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन) की अनुमति का इंतजार किया जा रहा है, जो जल्द ही मिलने की उम्मीद है। हेमकुंड साहिब के लिए हेली सेवा की किराया दरें बाद में जारी की जाएंगी।


तीर्थयात्रियों के लिए राहत की बात यह है कि 10 सितंबर से आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर केदारनाथ हेली सेवा के टिकटों की बुकिंग शुरू हो जाएगी। यूकाडा और आईआरसीटीसी द्वारा www.heliyatra.irctc.co.in

नामक वेबसाइट जारी की गई है, जहां से यात्री अपनी यात्रा के लिए टिकट आसानी से बुक कर सकेंगे।


इस बार की वृद्धि के बाद हेली सेवा के किराए में भी काफी बदलाव आया है। उदाहरण के तौर पर, सिरसी से केदारनाथ तक का हेली किराया पहले जहां 6,060 रुपये था, वह अब बढ़कर 8,839 रुपये हो गया है। इसी प्रकार, फाटा से केदारनाथ तक का किराया 6,062 रुपये से बढ़कर 8,842 रुपये कर दिया गया है। वहीं, गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए हेली सेवा का किराया भी 8,532 रुपये से बढ़कर 12,444 रुपये निर्धारित किया गया है, जो यात्रियों के लिए अधिक आर्थिक बोझ साबित होगा।


यह किराया वृद्धि यात्रियों के लिए यात्रा के खर्च को बढ़ाने वाली बात है, लेकिन सरकार और प्राधिकरण के अनुसार, यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर सेवा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम आवश्यक था। हेली सेवाओं की संख्या कम होने के साथ ही संचालन के खर्च में वृद्धि ने भी इस किराया वृद्धि में भूमिका निभाई है। आगामी चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों को इस नए किराए के अनुसार अपनी योजना बनानी होगी।

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