कड़े नियमों के साथ फिर शुरू हुई चारधाम की हेलीकॉप्टर सेवा
- ANH News
- 19 सित॰
- 2 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 20 सित॰

चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) से अनुमति मिलने के बाद चारधाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा एक बार फिर से शुरू कर दी गई है। मॉनसून के दौरान सुरक्षा कारणों से इस सेवा पर अस्थायी रोक लगा दी गई थी, लेकिन अब मौसम की स्थिरता के साथ ही 16 सितंबर 2025 से हेलीकॉप्टर उड़ानों का संचालन दोबारा शुरू हो गया है।
इस निर्णय की जानकारी पीआईबी द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई, जिसमें बताया गया कि नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा के बाद यह कदम उठाया गया है। यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए कई नई रणनीतियों को लागू किया गया है। मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गौरतलब है कि तीन महीने पहले एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद डीजीसीए ने तत्काल प्रभाव से हेलीकॉप्टर सेवाएं स्थगित कर दी थीं। अब, विस्तृत निरीक्षण, ऑडिट और तैयारियों की समीक्षा के बाद सेवाएं बहाल की गई हैं।
चारधाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा दो हिस्सों में संचालित होती है-
देहरादून (सहस्त्रधारा) से यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए चार्टर सेवाएं।
गुप्तकाशी, फाटा और सीतापुर क्लस्टर से केदारनाथ तक शटल सेवाएं।
इस सेवा को संचालित करने के लिए छह ऑपरेटर शटल सेवाएं और सात ऑपरेटर चार्टर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। संचालन को और सुरक्षित बनाने के लिए कई तकनीकी और संरचनात्मक उपाय किए गए हैं:
वजन और संतुलन की सीमाओं का सख्ती से पालन अनिवार्य किया गया है, ताकि चुनौतीपूर्ण पहाड़ी इलाकों में सुरक्षित टेकऑफ और लैंडिंग सुनिश्चित की जा सके। नेविगेशन और संचार के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग अनिवार्य किया गया है। पायलटों को वास्तविक समय में मौसम संबंधी जानकारी देने के लिए समर्पित सूचना तंत्र स्थापित किया गया है।
इससे पहले, मई-जून 2025 के बीच चारधाम सेक्टर में हुई दुर्घटनाओं के मद्देनज़र, केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों और एजेंसियों ने संयुक्त रूप से सुरक्षा उपायों की समीक्षा की थी। इसमें AAI द्वारा हवाई यातायात नियंत्रकों की तैनाती, IMD द्वारा मौसम विज्ञान अधिकारियों की उपस्थिति, और UCADA द्वारा नियंत्रण कक्षों में दक्ष कर्मियों की तैनाती जैसे अहम कदम शामिल रहे।
सेवा शुरू करने से पहले नागरिक उड्डयन मंत्री ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ देहरादून और दिल्ली में कई समीक्षा बैठकें कीं। उसके बाद 13 से 16 सितंबर के बीच सभी हेलीपैड, हेलीकॉप्टर, ऑपरेटर और लॉजिस्टिक तैयारियों का डीजीसीए द्वारा व्यापक निरीक्षण किया गया।
चारधाम यात्रा के हेलीकॉप्टर संचालन को फिर से शुरू किया जाना, न केवल श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को सुगम बनाएगा बल्कि यह धार्मिक पर्यटन, स्थानीय अर्थव्यवस्था और राज्य के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए भी एक बड़ा सकारात्मक संकेत है।





