सीमा पर दुश्मनों के दांत खट्टे कर रहे धामी, सैनिकों का हौसला बढ़ाने मिलम पहुंचे मुख्यमंत्री
- ANH News
- 7 दिन पहले
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के दुर्गम क्षेत्र मिलम का दौरा कर चीन सीमा पर तैनात आईटीबीपी के वीर जवानों से मुलाकात की और उनका मनोबल बढ़ाया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जवानों के साथ समय बिताया, उनसे संवाद किया और उनके साहस तथा समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले ये जवान राष्ट्र की सुरक्षा के सच्चे प्रहरी हैं, जो कठिन परिस्थितियों में भी अटूट उत्साह और दृढ़ संकल्प के साथ अपना कर्तव्य निभा रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पूर्व आदि कैलाश, गुंजी और ज्योलिंगकांग जैसे सीमांत क्षेत्रों का दौरा कर देश को गर्व का क्षण दिया। वह देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने इस जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमा तक पहुंचकर न केवल क्षेत्र की भौगोलिक कठिनाइयों को समझा बल्कि वहां तैनात सैनिकों का भी मनोबल बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के इस दौरे से न केवल सीमांत क्षेत्रों का गौरव बढ़ा है, बल्कि सैनिकों का आत्मविश्वास भी और अधिक मजबूत हुआ है। उन्होंने गर्वपूर्वक कहा कि हमारे सैनिक सीमा पर पूरी दृढ़ता के साथ डटे हैं और देश की सुरक्षा में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं।

मिलम में सैनिकों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी के जवानों के साथ जलपान किया और उनकी आवश्यकताओं तथा क्षेत्र की कठिन परिस्थितियों पर चर्चा की। इसके पश्चात वे जिला मुख्यालय पहुंचे, जहाँ देवसिंह मैदान में आयोजित सहकारिता मेले का शुभारंभ किया।
मेले के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सीमांत जनपद पिथौरागढ़ न केवल रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं भी मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के बाद आदि कैलाश क्षेत्र को विश्व स्तर पर नई पहचान और प्रसिद्धि मिली है, उसी प्रकार अब मिलम को भी एक प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाएगा। सरकार का उद्देश्य है कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत और सीमांत जीवन की विशिष्टता को देश-दुनिया के सामने प्रस्तुत किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सीमांत इलाकों में पर्यटन विकास को रोजगार सृजन से जोड़ने की दिशा में काम कर रही है। मिलम को पर्यटन मानचित्र पर स्थापित किए जाने से न केवल इस क्षेत्र के लोगों की आजीविका में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि सीमांत पिथौरागढ़, आने वाले समय में, आध्यात्मिक, साहसिक और सीमा पर्यटन (Border Tourism) का एक अद्भुत केंद्र बनकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री के इस दौरे ने न केवल सीमांत क्षेत्रों के लोगों में उत्साह का संचार किया, बल्कि सैनिकों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता और सीमावर्ती विकास के प्रति संकल्प को भी सशक्त रूप से अभिव्यक्त किया।





