जनता के बीच जाकर विकास की हकीकत परखेंगे CM, अफसरों को दिए 50 दिन में हाल सुधारने के निर्देश
- ANH News
- 4 सित॰
- 2 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 5 सित॰

उत्तराखंड में बुनियादी ढांचे, विशेषकर सड़कों की वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सड़क मार्ग से ही राज्य के विभिन्न जिलों में यात्रा करने का निर्णय लिया है। इस क्रम में वे खुद सीधे जनता के बीच जाकर न केवल विकास कार्यों की समीक्षा करेंगे, बल्कि लोगों की समस्याएं और ज़रूरतें भी जानेंगे।
सड़कें बनेंगी सीएम के निरीक्षण का रास्ता
बुधवार को सचिवालय में अधिकारियों के साथ आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अब सड़कें ही विकास कार्यों की सच्चाई का आईना बनेंगी। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सड़कों की मरम्मत और अवस्थापना विकास के लिए उन्हें 50 दिन का समय दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का यह निर्णय उन लगातार शिकायतों के मद्देनज़र लिया गया है, जिनमें दर्जनों ग्रामीण और शहरी सड़कों की खराब स्थिति, गड्ढों और अव्यवस्था की बात सामने आई है।
जमीनी स्तर पर कार्यों की समीक्षा होगी
सीएम धामी का यह दौरा सिर्फ औपचारिक नहीं होगा, बल्कि हर जिले में संबंधित अधिकारियों के साथ योजनाओं की समीक्षा, विकास कार्यों की प्रगति और समस्याओं पर चर्चा भी की जाएगी। इसके साथ ही वे आम लोगों से सीधे संवाद कर जनता के "मन की बात" जानने का प्रयास करेंगे।
पहले भी निभा चुके हैं "जनता के सीएम" की भूमिका
यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री धामी जनता के बीच जाकर कार्यों की हकीकत परखने जा रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने गांवों में प्रवास कार्यक्रमों के तहत कई दूरस्थ क्षेत्रों का दौरा किया और वहां रातें भी गुजारीं। इन प्रवासों के माध्यम से उन्हें जमीनी स्तर की चुनौतियों और लोगों की आवश्यकताओं की गहरी समझ मिली है।
जिलों के लिए विशेष कार्ययोजना का निर्देश
मुख्यमंत्री ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे प्रत्येक जिले के लिए अलग-अलग विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें, ताकि विकास कार्य क्षेत्र विशेष की जरूरतों के अनुसार क्रियान्वित किए जा सकें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि लापरवाही या शिथिलता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह कदम प्रशासनिक जवाबदेही बढ़ाने, जमीनी हकीकत से रूबरू होने और राज्य की विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने की दिशा में एक सशक्त पहल माना जा रहा है। आगामी समय में उनके इन दौरों के ज़रिए सिर्फ सड़कों की नहीं, बल्कि शासन-प्रशासन की नब्ज भी टटोली जाएगी।





