धनतेरस के दिन करें ये 10 खास उपाए, दूर होगी पैसों की तंगी
- ANH News
- 18 अक्टू॰
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धनतेरस का त्योहार दीपावली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है और यह दिन धन, समृद्धि एवं सौभाग्य का संदेश लेकर आता है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, यदि धनतेरस के पावन अवसर पर माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा विधिपूर्वक की जाए, तो घर में धन की कभी कमी नहीं होती और समृद्धि बनी रहती है। खासकर 2025 में, इस शुभ दिन कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय अपनाकर आप अपनी किस्मत के द्वार खोल सकते हैं और अपनी तिजोरी को भरपूर धन से सजाने का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। यदि आपकी आर्थिक स्थिति कुछ दिक्कतों से गुजर रही है या पैसों की तंगी बनी हुई है, तो इस दिन किए जाने वाले उपाय आपके लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं।
धनतेरस के दिन कुछ विशेष कार्य और धार्मिक उपायों को करने से न केवल पैसों की किल्लत दूर होती है, बल्कि कर्जों से भी मुक्ति मिलती है और रुका हुआ धन वापस आने लगता है। यह दिन सकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक स्थिरता लाने वाला माना जाता है, इसलिए इस अवसर पर कुछ ऐसे पावन कर्म किए जाने चाहिए जो आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करें और धन-संपदा में वृद्धि करें।
सबसे पहले, धन की वर्षा के लिए धनवर्षा की पोटली बनाना अत्यंत शुभ माना जाता है, जो आर्थिक समृद्धि का प्रतीक होती है। घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाना शुभ होता है, इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही कुबेर यंत्र की स्थापना कर उसका नियमित पूजन करना चाहिए, जिससे धन के देवता कुबेर की कृपा बनी रहती है और आर्थिक बाधाओं से मुक्ति मिलती है।
भगवान धन्वंतरि की आराधना भी धनतेरस पर विशेष रूप से की जाती है, क्योंकि वे आयु और स्वास्थ्य के देवता हैं और इनके पूजन से जीवन में समृद्धि और खुशहाली आती है। इस दिन गाय को गुड़ और रोटी खिलाना भी अत्यंत पुण्य का कार्य माना जाता है, जो घर में सुख-समृद्धि लाता है। तुलसी के पौधे पर दीपक जलाना भी पारंपरिक रूप से अत्यंत शुभ माना जाता है, क्योंकि तुलसी की पूजा से नकारात्मकता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
धनतेरस के शुभ अवसर पर सोना-चांदी की खरीदारी करना विशेष लाभकारी होता है, क्योंकि इसे आर्थिक संपदा का संकेत माना जाता है। इसके अतिरिक्त, लक्ष्मी मंदिर में ग्यारह कौड़ियों का दान करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और धन-धान्य की वृद्धि होती है। अपनी तिजोरी में शंख या गोमती चक्र रखना भी धन-संपदा के लिए शुभ माना जाता है, क्योंकि ये वस्तुएं नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करती हैं।
अंत में, घर के दरवाजे पर स्वास्तिक चिन्ह बनाना पारंपरिक शुभ कार्य माना जाता है, जो घर में सुख-शांति और समृद्धि का वातावरण बनाता है। ये सभी उपाय धनतेरस के शुभ अवसर पर करने से आर्थिक बाधाएं दूर होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि का प्रवेश होता है। इस प्रकार, धनतेरस पर इन सरल लेकिन प्रभावशाली उपायों को अपनाकर आप अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर सकते हैं और भविष्य के लिए उज्जवल राह प्रशस्त कर सकते हैं।





