तीर्थनगरी में बारिश से तबाही के बाद जनता के बीच पहुंचे जनप्रतिनिधि
- ANH News
- 17 सित॰
- 3 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 18 सित॰

तीर्थनगरी ऋषिकेश एवं इसके आसपास के क्षेत्रों में हुई भीषण अतिवृष्टि और उससे उत्पन्न आपदा को लेकर जनप्रतिनिधि पूरी तरह से सजग और सक्रिय नजर आ रहे हैं। मंगलवार को भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए वे अपने-अपने क्षेत्रों में जनता के बीच मौजूद थे और राहत एवं बचाव कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभा रहे थे।
पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने इस दौरान चकजोगीवाला, जोगीवाला माफी और साहबनगर जैसे प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने वहां प्रभावित परिवारों से बातचीत की और प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल राहत व्यवस्था करने, नुकसान का आंकलन कर मुआवजा देने के निर्देश दिए। उन्होंने सोबन सिंह रावत के पूरी तरह बह गए मकान को देखकर राहत कार्यों को तेज करने पर विशेष बल दिया। इसके बाद वे ठाकुरपुर, रायवाला क्षेत्र तथा आडवाणी प्लांट समेत अन्य जलमग्न इलाकों का निरीक्षण कर वहां के नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए प्रशासन को निर्देशित किया।
इसके अतिरिक्त प्रेमचंद अग्रवाल गौहरी माफी और अमित ग्राम पहुंचे, जहां लगातार हो रही बारिश के कारण पुश्ता बह चुका था। उन्होंने अधिकारियों को फौरी राहत उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्थायी समाधान के लिए भी आवश्यक कदम उठाने को कहा। नगरीय क्षेत्रों में भी उन्होंने गीतानगर, मालवीय नगर की गली नंबर 09 में बह गई जमीनों के पुनर्निर्माण हेतु तहसील प्रशासन को प्रांकलन बनाने के निर्देश दिए। मायाकुंड में भी उन्होंने आपात राहत प्रदान करने की बात कही।
उनके साथ उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा, तहसीलदार चमन सिंह, सिंचाई विभाग के उपखंड अधिकारी सुरेंद्र श्रीकोटी, लोनिवि के सहायक अभियंता राजेश चौहान व संदीप सेमवाल, मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन पोखरियाल, जिला उपाध्यक्ष गणेश रावत सहित कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे। उन्होंने सभी अधिकारियों को 24 घंटे फोन चालू रखने, मानसून काल तक सतर्क रहने तथा प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
ऋषिकेश मेयर शंभू पासवान ने चंद्रभागा नदी के किनारे बसे त्रिवेणी कॉलोनी का दौरा कर वहां के लोगों की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने जनता को सजग रहने की अपील की और अधिकारियों को आवश्यक राहत एवं बचाव कार्यों को प्रभावी तरीके से संपन्न करने के निर्देश दिए। इस दौरान किशन मंडल, राकेश राजभर, राजू शर्मा और चंदू यादव भी उनके साथ उपस्थित थे।
पूर्व मेयर अनिता ममगाईं ने भी चंद्रभागा पुल के आसपास के क्षेत्रों जैसे चंद्रेश्वर नगर, भैरव कॉलोनी, मनसा देवी आदि बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशासन से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने का आग्रह किया। मौके पर पटवारी शोभाराम जोशी, वन विभाग के निरीक्षक स्वयंबर दत्त कंडवाल, पार्षद पूजा नौटियाल, रूपा देवी, विनोद नाथ, पंकज शर्मा, नवीन नौटियाल, राजेश गौतम, मनीष मनवाल, विनय बलोदी, योगेन्द्र भट्ट, विजय बिष्ट व विजया भट्ट भी मौजूद थे।
वहीं, हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र रावत ने भी डोईवाला क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से प्रभावित जाखन पुल, माजरी, ग्रांट चांडी और आस-पास के अन्य आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रभावित किसानों और स्थानीय लोगों के नुकसान का शीघ्र और विस्तृत आकलन किया जाए ताकि उन्हें त्वरित और उचित राहत दी जा सके। सांसद ने साफ कहा कि केवल रिपोर्ट तैयार करने तक काम सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से लागू करना प्राथमिकता होनी चाहिए। इस दौरान सभासद ईश्वर रोथान और संपूर्ण रावत भी उनके साथ थे।
कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने अपने समर्थकों के साथ ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के छिद्दरवाला, गुमानीवाला, चंद्रेश्वर नगर सहित अन्य प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावितों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानी और फोन के माध्यम से उपजिलाधिकारी को स्थिति की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने जल्दी से जल्दी राहत कार्यों के आदेश भी दिए। इस मौके पर छिद्दरवाला ग्राम प्रधान गोकुल रमोला, महानगर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश सिंह, ज्येष्ठ प्रमुख धनबीर बेंदवाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य रवि राणा, पंचायत सदस्य कुंवर गुसाँई, रोशन व्यास, मनवर सिंह समेत कई अन्य नेता भी उपस्थित थे।
इस पूरी स्थिति में जनप्रतिनिधियों और प्रशासन की सक्रियता से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों को गति मिली है, जिससे स्थानीय लोगों को संकट की इस घड़ी में उम्मीद की किरण नजर आ रही है।





