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दिवाली से पहले युवाओं को रोजगार का तोहफा, 679 अध्यापकों को मिली नियुक्ति

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 18 अक्टू॰
  • 3 मिनट पठन
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उत्तराखंड में दीपावली से पहले सहायक अध्यापक (एलटी) पद पर चयनित अभ्यर्थियों को राज्य सरकार की ओर से रोजगार का तोहफा मिला है। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 679 नवनियुक्त शिक्षकों को गुरुवार को प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने औपचारिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किए। यह नियुक्ति पत्र वितरण समारोह श्रीनगर स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयोजित किया गया, जहां सैकड़ों अभ्यर्थियों की आंखों में अपने पहले सरकारी पद की खुशी साफ नजर आई।


समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी नियुक्तियों को पारदर्शी प्रक्रिया के तहत पूरा किया गया है और चयनित शिक्षकों की तैनाती राज्य के दुर्गम और पर्वतीय क्षेत्रों में की जा रही है। उन्होंने इस निर्णय के पीछे की मंशा स्पष्ट करते हुए कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों के बच्चे पूरी तरह से सरकारी विद्यालयों और शिक्षकों पर निर्भर हैं, इसलिए वहां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता और भी अधिक है।


शिक्षा मंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों से अपील की कि वे दीपावली और भैयादूज से पहले अपनी सेवा में योगदान दें। साथ ही यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि किसी अभ्यर्थी को स्वास्थ्य संबंधी कारणों से नियुक्ति स्थल पर रिपोर्ट करना संभव नहीं हो पा रहा है, तो वे अपने ज़िले के मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय में भी ज्वाइनिंग दे सकते हैं।


कार्यक्रम के दौरान डॉ. रावत ने यह भी आश्वस्त किया कि इन स्थायी नियुक्तियों से यदि किसी अतिथि शिक्षक की तैनाती प्रभावित होती है तो उन्हें 15 दिनों के भीतर अन्य विद्यालयों में समायोजित किया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी भी अतिथि शिक्षक को बाहर नहीं किया जाएगा।


शिक्षा मंत्री ने यह जानकारी भी दी कि हालिया नियुक्तियों सहित अब तक राज्य सरकार द्वारा कुल 26,500 से अधिक युवाओं को नौकरी दी जा चुकी है, जिनमें से 19,000 नियुक्तियाँ अकेले उनके विभाग में हुई हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले 90 दिनों के भीतर 2,100 प्राथमिक शिक्षकों की नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जाएगी, जिसकी विज्ञप्ति अगले 10–12 दिनों में जारी कर दी जाएगी।


इसके साथ ही नवनियुक्त शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की जा रही है। मंत्री ने कहा कि दिवाली और भैयादूज के बाद सभी नए शिक्षकों को डाइट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) में दो से तीन दिन का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभा सकें।


इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य क्षेत्र में भी विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने श्रीकोट स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में बालिका छात्रावास का शिलान्यास किया, जिसके निर्माण पर लगभग 7 करोड़ 1 लाख 65 हजार रुपये की लागत आएगी। छात्रावास के निर्माण से दूरदराज की बालिकाओं को चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने में बड़ी सुविधा मिलेगी।


इसके अलावा, डॉ. रावत ने श्रीनगर के उप जिला चिकित्सालय में प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र का लोकार्पण भी किया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया कि अस्पताल आने वाले हर मरीज को जन औषधि केंद्र की जानकारी दी जाए और उन्हें सस्ती व गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराई जाएं।


समारोह के माध्यम से शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों ही क्षेत्रों में प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता और सक्रियता का संदेश साफ तौर पर देखने को मिला। सरकार की यह पहल राज्य के युवाओं को न केवल रोजगार मुहैया करा रही है, बल्कि ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।

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