भू माफिया पर वन विभाग की कार्रवाई, नदी किनारे खाली पड़ी वन भूमि को कब्जा करने की कोशिश
- ANH News
- 7 अक्टू॰
- 3 मिनट पठन

ऋषिकेश: हाल ही में, शिवाजी नगर के पास रंभा नदी के किनारे भू माफिया द्वारा खाली पड़ी वन भूमि पर कब्जा करने के प्रयास हो रहे हैं। यह न केवल स्थानीय निवासियों की चिंता का विषय है, बल्कि इस क्षेत्र के पारिस्थितिकी तंत्र और पर्यावरण के लिए भी एक गंभीर खतरा है।
भू माफिया की गतिविधियाँ:-
शिवाजी नगर में भू माफिया की गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। रंभा नदी के किनारे की 50 एकड़ भूमि पर कब्जा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह भूमि स्थानीय पारिस्थितिकी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह वन भूमि कई फसलों और स्थानीय वन्य जीवन का क्षेत्र है, जहां प्रवासी पक्षियों का आना-जाना लगा रहता है।
स्थानीय निवासियों ने देखा है कि भू माफिया ने कई जगहों पर बाउंड्री वॉल बनाना शुरू कर दिया है, जिससे उस भूमि पर कब्जा करने की कोशिशें और बढ़ गई हैं। इस स्थिति ने स्थानीय लोगों को चौकस रहने पर मजबूर कर दिया है और उन्होंने वन विभाग से तुरंत कार्रवाई करने की अपील की है।

वन विभाग की कार्रवाई:-
वन विभाग ने हाल ही में स्थानीय निवासियों की शिकायत पर कार्रवाई की। विभाग की टीम ने बाउंड्री वाल को तोड़ दिया, यह दर्शाते हुए कि वे भू माफिया के खिलाफ गंभीर हैं। रेंजर ने खुलासा किया कि साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उनके अनुसार, एक सख्त और त्वरित कदम उठाने की योजना भी बनाई जा रही है जिससे कब्जा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी।
यह कार्रवाई स्थानीय निवासियों के लिए एक सुरक्षा की भावना लाती है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि वन विभाग अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से ले रहा है और इसके परिणामस्वरूप अन्य भू माफियाओं को भी एक चेतावनी मिलती है।
बता दे कि शिवाजी नगर में रंभा नदी किनारे खाली पड़ी वन भूमि पर लंबे समय से भू माफियाओं की गिद्ध दृष्टि बनी हुई है। जो मौका देखते ही भूमि को कब्जा कर मनमाने दामों पर बेचने का प्रयास करने में लगे हुए हैं। वर्ष 2023 में शिवाजी नगर स्थित रंभा नदी किनारे वन विभाग की भूमि पर कब्जे की शिकायत पर पूर्व जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया था और प्रशासन को निर्देशित किया था कि किसी भी तरह वन विभाग की भूमि पर कब्जा ना हो। बावजूद इसके वन विभाग की भूमि पर कब्जा रुकता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। इसकी तस्दीक रंभा नदी को पाट कर किए जा रहे कब्जे कर रहे हैं। स्थानीय लोग वन विभाग की भूमि पर लगातार हो रहे कब्जे को लेकर आवाज उठाने में लगे हैं।
वर्तमान में भूमाफिया कई ऐसे लोगों को वन भूमि बेचकर बसा चुके हैं जो बरसात के दिनों में फजीहत झेल रहे हैं। पार्षद लव कंबोज भी इस संबंध में प्रशासन को लिखित शिकायत कर चुके हैं। आज भी वन विभाग की करीब एक बीघा भूमि पर कब्जा होने की शिकायत वन विभाग को मिली। जिस पर बाउंड्री वॉल करने का प्रयास किया जा रहा था। शिकायत मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग की टीम को देख बाउंड्री वॉल कर रहे मौके से फरार हो गए। रेंजर डीएस धामन्दा ने बताया कि वन विभाग की भूमि पर कब्जे की शिकायत पर टीम मौके पर पहुंची। भूमि पर बाउंड्री वॉल हो रही थी। जिसे तोड़ दिया गया है। भूमि कब्जा करने वाले की पहचान की जा रही है। वन विभाग की भूमि पर कब्जा न हो इसके लिए निगरानी तेज की जाएगी।
भविष्य की चुनौतियाँ:-
भले ही वन विभाग ने अब एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, लेकिन भू माफिया की गतिविधियों को रोकना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। स्थानीय निवासियों और वन विभाग को एकजुट होकर काम करना होगा।
उन्हें भू माफिया के खिलाफ जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, ताकि अधिक से अधिक लोग अपने अधिकारों के बारे में जान सकें। सरकार को भी इस समस्या की गंभीरता को समझते हुए उचित नीतियाँ बनानी चाहिए, जैसे कि भूमि के अधिकार क़ानूनों का पालन कराना।





