वीरता पुरस्कार वाले सैनिकों के बच्चों को फ्री में मिलेगी यह सुविधा, आर्मी ने इस इंस्टिट्यूट से किया करार
- ANH News
- 15 अक्टू॰
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भारतीय सेना ने अपने सेवारत और पूर्व सैनिकों के बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण और सराहनीय पहल की है, जो उनके शैक्षिक भविष्य को सशक्त बनाने के साथ-साथ आर्थिक बोझ को भी कम करेगी। देश की प्रतिष्ठित मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं, नीट और जेईई की तैयारी के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु सेना ने दिल्ली स्थित प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान आकाश इंस्टीट्यूट के साथ एक व्यापक समझौता किया है। इस समझौते का उद्देश्य सैन्य परिवारों के बच्चों को टॉप क्वालिटी की कोचिंग फीस में विशेष छूट प्रदान करना है, ताकि वे अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें और देश के बेहतरीन कॉलेजों में प्रवेश पा सकें।
यह पहल उन हजारों सैनिक परिवारों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है, जो महंगी कोचिंग फीस की वजह से अपने बच्चों की उच्च शिक्षा की तैयारी में आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे थे। इस समझौते के तहत, सभी पात्र सैन्य बच्चों को कोचिंग फीस में 20 प्रतिशत की छूट दी जाएगी, जिससे उनकी आर्थिक सहूलियत बढ़ेगी। खास बात यह है कि शहीदों के परिवार, वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों के बच्चे और 20 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगता वाले सैनिकों के बच्चे इस कोचिंग का लाभ पूरी तरह मुफ्त में उठा सकेंगे। यह सुविधा देशभर के आकाश इंस्टीट्यूट के सभी केंद्रों पर उपलब्ध कराई जाएगी, जहां छात्र ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से कोचिंग प्राप्त कर सकेंगे।
सेना की इस पहल के माध्यम से न केवल सैनिक परिवारों के बच्चों को बेहतर शिक्षा की दिशा में मार्गदर्शन मिलेगा, बल्कि उन्हें करियर काउंसलिंग जैसी अतिरिक्त सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। यह समझौता एक तरह से सैनिकों के प्रति सम्मान और उनके परिवारों के लिए प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जो उनकी शैक्षिक जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है।
विशेष रूप से शहीदों के बच्चों, दिव्यांग सैनिकों के बच्चों और वीरता पुरस्कार विजेताओं के बच्चों को निशुल्क कोचिंग की सुविधा देना इस पहल को और भी अधिक महत्वपूर्ण बनाता है, क्योंकि यह उन परिवारों के लिए सम्मान और समर्थन का भाव दर्शाता है, जिन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। यह कदम देश में सैनिक परिवारों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा।
इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सुविधा देश के किसी भी कोने से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों रूपों में उपलब्ध होगी। चाहे सैनिक परिवार देश के दूर-दराज के इलाकों में तैनात हों या निवास कर रहे हों, उनके बच्चे बिना किसी भौगोलिक बाधा के इस कोचिंग का लाभ उठा सकेंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि हर पात्र बच्चा उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा से वंचित न रहे और अपने सपनों को साकार कर सके।
संक्षेप में कहा जाए तो, भारतीय सेना और आकाश इंस्टीट्यूट के इस साझेदारी ने सैनिक परिवारों के बच्चों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा अवसर प्रदान किया है, जो न केवल उनकी शिक्षा को बेहतर बनाएगा बल्कि उन्हें देश के प्रतिष्ठित कॉलेजों में प्रवेश पाने का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। यह पहल सेना के जवानों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान और समर्थन का एक सशक्त उदाहरण है।





