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ऋषिकेश पहुंचे ICC अध्यक्ष जय शाह, परमार्थ में की गंगा आरती

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 7 मई
  • 2 मिनट पठन
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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष जय अमित भाई शाह अपनी धर्मपत्नी ऋषिता पटेल और माता सोनल अमित शाह के साथ उत्तराखंड स्थित पावन परमार्थ निकेतन आश्रम पहुँचे। हिमालय की गोद में स्थित इस आध्यात्मिक धाम में उन्होंने आश्रमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।


स्वामी चिदानंद सरस्वती ने पूरे शाह परिवार का आत्मीय स्वागत करते हुए उन्हें पर्यावरण-संवेदनशीलता और अध्यात्म का प्रतीक रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया। इस अवसर पर उन्होंने भारतीय संस्कृति में प्रकृति और पर्यावरण के महत्व पर भी प्रकाश डाला।


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परिवार ने इसके उपरांत गंगा तट पर आयोजित भव्य सांध्यकालीन गंगा आरती में सहभागिता की। मंत्रोच्चार, दीपों की सौम्य आभा और माँ गंगा के तट पर गूंजते भजन वातावरण को अत्यंत दिव्य और आध्यात्मिक बना रहे थे। शाह परिवार ने इस दिव्यता में सहभागी बनकर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया।


स्वामी चिदानंद सरस्वती ने इस अवसर पर कहा

“जब राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में आध्यात्मिक चेतना का समावेश होता है, तब विकास अधिक टिकाऊ, संतुलित और सार्थक बनता है। भारत सौभाग्यशाली है कि उसे ऐसा नेतृत्व प्राप्त है, जो आधुनिकता और परंपरा के मध्य संतुलन स्थापित करते हुए आगे बढ़ रहा है।” उन्होंने जय शाह की प्रशंसा करते हुए उन्हें दूरदर्शी, कर्मठ और ऊर्जावान युवा नेतृत्व का प्रतीक बताया।


“जय शाह ने जिस प्रकार भारतीय और एशियाई क्रिकेट को नई दिशा, नई ऊँचाइयाँ और एक नया दृष्टिकोण प्रदान किया है, वह प्रेरणास्पद है। आज का युवा केवल परिवर्तन की आकांक्षा नहीं रखता, बल्कि स्वयं परिवर्तन का वाहक बनकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है।”


स्वामी जी ने आगे कहा कि युवाओं की ऊर्जा, नवीन सोच और साहस, जब अनुभव, मार्गदर्शन और दूरदर्शिता से जुड़ते हैं, तो वह विकास की एक नई, सशक्त और सकारात्मक धारा का सृजन करते हैं। आज की युवा पीढ़ी न केवल डिजिटल कौशल और वैश्विक दृष्टिकोण से सम्पन्न है, बल्कि वह सामाजिक संवेदनशीलता और आध्यात्मिक मूल्यों को भी आत्मसात कर रही है।


यह पीढ़ी अब केवल समर्थ नहीं, बल्कि संकल्पबद्ध भी है — राष्ट्र, समाज और मानवता के कल्याण के लिए।

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