टैक्स भुगतान केवल दायित्व नहीं, देश के विकास में योगदान है: अध्यक्ष अनिल कुकरेती
- ANH News
- 25 जुल॰
- 2 मिनट पठन

ऋषिकेश: टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल कुकरेती ने आयकर दिवस के अवसर पर कहा कि यह दिन केवल एक तिथि मात्र नहीं है, बल्कि यह विकास, जिम्मेदारी और राष्ट्र के प्रति नागरिकों की भागीदारी का प्रतीक है। यह दिन हमें यह स्मरण कराता है कि देश की आर्थिक नींव को मजबूत बनाने में प्रत्येक करदाता की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, "आयकर दिवस दरअसल हम सबके उस छोटे लेकिन बेहद ज़रूरी योगदान का उत्सव है, जो हम अपने टैक्स दायित्वों के रूप में निभाते हैं। यह योगदान ही भारत जैसे विशाल लोकतंत्र को सशक्त, स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होता है।"
जागरूकता और भागीदारी को प्रोत्साहित करने का दिन
अनिल कुकरेती ने बताया कि आयकर दिवस का मूल उद्देश्य नागरिकों में टैक्स से संबंधित जागरूकता को बढ़ाना है, ताकि वे न केवल अपने अधिकारों बल्कि अपने कर्तव्यों को भी समझ सकें। यह दिन टैक्स भुगतान को बोझ नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण में भागीदारी का साधन मानने की सोच को प्रोत्साहित करता है।
करदाताओं का सम्मान और पारदर्शी प्रणाली की आवश्यकता
कुकरेती ने इस अवसर पर देश के सभी ईमानदार करदाताओं को नमन करते हुए कहा कि यह दिन उन सभी नागरिकों के सम्मान का प्रतीक है, जो समय पर टैक्स चुकाकर देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में योगदान देते हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा, "यह दिन सरकार को भी यह याद दिलाने का अवसर है कि एक मजबूत, पारदर्शी और न्यायसंगत टैक्स प्रणाली ही सामाजिक न्याय और आर्थिक विकास का आधार बन सकती है।"
उन्होंने विश्वास जताया कि टैक्स प्रणाली को जितना सरल, न्यायोचित और भरोसेमंद बनाया जाएगा, उतना ही अधिक लोग कर भुगतान की प्रक्रिया में स्वेच्छा से जुड़ेंगे और देश के आर्थिक भविष्य को उज्ज्वल बनाएंगे।





