top of page

एम्बुलेंस को बचाने की जिद में डटा रहा जेसीबी चालक, सांसद बलूनी ने दिया पुरस्कार

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 19 सित॰
  • 1 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 20 सित॰

ree

गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने एक बार फिर मानवीय संवेदनशीलता और जमीनी हकीकत से जुड़ाव का परिचय दिया। आपदा प्रभावित छेनागाड़ क्षेत्र के निरीक्षण के लिए जाते समय वे केदारनाथ हाईवे पर बांसवाड़ा के समीप उस वक्त फंस गए, जब पहाड़ी से लगातार पत्थर गिर रहे थे और सड़क पर मलबा जमा हो गया था। इस जाम के बीच एक एम्बुलेंस भी फंसी हुई थी, जिसमें एक गंभीर मरीज था। हालात बेहद विकट थे, लेकिन इस संकट की घड़ी में एक जेसीबी चालक ने असाधारण साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए जान जोखिम में डालकर सड़क को साफ करना जारी रखा।


सांसद बलूनी ने पहाड़ी से पत्थर गिरते हुए भी मलबा हटाने में जुटे जेसीबी ऑपरेटर को देखा तो वे उसकी बहादुरी से अत्यंत प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार चालक ने एम्बुलेंस के लिए रास्ता बनाने की प्राथमिकता दी और अपनी जान की परवाह किए बिना लगातार काम करता रहा, वह न केवल अनुकरणीय है बल्कि हर किसी को प्रेरणा देने वाला है।


एंबुलेंस को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद ही सांसद ने अपना वाहन आगे बढ़ाया और मौके पर ही जेसीबी चालक को अपने पास रखा एक नया मोबाइल फोन भेंट कर उसका सम्मान किया। उन्होंने इसे केवल एक साधारण पुरस्कार नहीं, बल्कि एक सच्चे कर्मयोगी को नमन बताया।


बलूनी ने कहा कि उत्तराखंड जैसे आपदाग्रस्त क्षेत्रों में ऐसे लोगों की सेवाभावना ही असली पूंजी है, जो संकट में लोगों की मदद के लिए हर वक्त तैयार रहते हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से भी ऐसे कर्मठ कर्मचारियों और आपदा में सहयोग देने वाले लोगों को पहचानने और प्रोत्साहित करने की अपील की।

bottom of page