USDMA की हाईटेक तैयारी: ड्रोन से होगी हरिद्वार की निगरानी, कांवड़ियों को सभी जानकारी देगा 'सचेत ऐप'
- ANH News
- 12 घंटे पहले
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देहरादून/हरिद्वार। आगामी कांवड़ यात्रा के दौरान उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) हरिद्वार में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर अत्यंत सतर्क और सक्रिय भूमिका निभाएगा। यात्रा के दौरान भीड़भाड़ वाले स्थलों, सड़कों, पुलों और गंगा घाटों की निगरानी के लिए ड्रोन तैनात किए जाएंगे। ये ड्रोन लगातार निगरानी करते हुए लाइव विजुअल्स राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) और जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र (DEOC) तक पहुंचाएंगे, जहां से स्थिति पर निरंतर नजर रखी जाएगी।
इस संबंध में निर्देश यूएसडीएमए के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) आनंद स्वरूप ने दिए। उन्होंने यह निर्देश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कंट्रोल रूम में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक के दौरान दिए, जिसमें कांवड़ यात्रा की व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई।
सभी विभागों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश:
अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी आनंद स्वरूप ने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे सिंगल प्वाइंट ऑफ कॉन्टैक्ट (SPOC) के तौर पर एक-एक अधिकारी को नामित करें और उनकी सूची SEOC व DEOC के साथ साझा करें, ताकि आपात स्थिति में समन्वय स्थापित करने में कोई बाधा न आए।
30 जून को होगा मॉक ड्रिल, तैयारियों की होगी परख:
कांवड़ यात्रा की तैयारियों को धरातल पर परखने के लिए 30 जून को यूएसडीएमए द्वारा बाढ़ पर आधारित मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। इस दौरान हरिद्वार में सुरक्षा व्यवस्थाओं और गंगा घाटों पर आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र की वास्तविक क्षमता का परीक्षण किया जाएगा।
घाटों और रूट पर तैनात रहेंगे सुरक्षा बल और आपदा मित्र:
गंगा घाटों पर कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जल पुलिस के साथ-साथ 60 प्रशिक्षित आपदा मित्रों की तैनाती की जाएगी। ये सभी बल घाटों पर भीड़ नियंत्रण, प्राथमिक चिकित्सा, आपातकालीन प्रतिक्रिया और रेस्क्यू ऑपरेशन में सक्रिय सहयोग देंगे।
'सचेत' ऐप से जोड़े जाएंगे कांवड़ यात्री:
यात्रा के दौरान आपदा संबंधी सूचना देने और अलर्ट भेजने के लिए कांवड़ यात्रियों को ‘सचेत’ मोबाइल ऐप डाउनलोड करवाया जाएगा। यह ऐप उन्हें मौसम, ट्रैफिक, आपातकालीन स्थिति व जरूरी दिशा-निर्देशों की जानकारी देगा।
बैठक में अधिकारीगण रहे मौजूद:
बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन) डीआईजी राजकुमार नेगी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान सभी संबंधित विभागों के बीच आपसी समन्वय, निगरानी व्यवस्था और आपातकालीन तैयारी की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई।