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केदारनाथ यात्रा 2025: यात्रियों के लिए सुविधाओं का नया आयाम, 15000 श्रद्धालु के ठहराव का खास इंतजाम

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 30 मार्च
  • 2 मिनट पठन
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Kedarnath Yatra 2025: आगामी 2 मई से शुरू हो रही केदारनाथ यात्रा के लिए प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार धाम में एक रात में 15,000 श्रद्धालुओं के रात्रि प्रवास की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, पैदल मार्ग के प्रमुख पड़ावों पर भी 2,000 यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी। प्रशासन ने यात्रा की तैयारी का खाका तैयार कर लिया है, जिसे जल्द ही धरातल पर उतारने का काम शुरू होगा।


यात्रियों के रात्रि प्रवास की जिम्मेदारी इस बार भी गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) को सौंपी गई है, जो यात्रियों को भोजन और रात्रि विश्राम की सुविधा प्रदान करेगा। समुद्रतल से 11,750 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्य के तहत इस बार कई नए भवन बनकर तैयार हो गए हैं, जिससे प्रशासन को यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था में सहायता मिलेगी। इसके अतिरिक्त, टेंट और अन्य व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे 15,000 श्रद्धालुओं को एक रात में रात्रि प्रवास की सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।


यात्रियों को ठहरने के लिए तीर्थपुरोहितों के आवासीय और व्यावसायिक भवनों के साथ-साथ जीएमवीएन के कॉटेज में भी व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, निजी टेंट की भी व्यवस्था की जाएगी।


इसके साथ ही, गौरीकुंड से केदारनाथ तक के पैदल मार्ग के विभिन्न पड़ावों पर, जैसे जंगलचट्टी, भीमबली, छोटी लिनचोली, बड़ी लिनचोली, छानी कैंप, रुद्रा प्वाइंट और बेस कैंप में भी यात्रियों के रात्रि प्रवास की व्यवस्था की जाएगी। इन पड़ावों पर 2,000 श्रद्धालुओं को ठहराने का इंतजाम किया जाएगा। प्रशासन का कहना है कि यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।सभी तैयारियों को आगामी 25 अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि यात्रा से पहले सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से तैयार हो सकें।


इस समय, गौरीकुंड से केदारनाथ तक के पैदल मार्ग पर बर्फ सफाई का कार्य जोरों पर चल रहा है। रामबाड़ा से लिनचोली तक बर्फ सफाई का काम लगभग पूरा हो चुका है, जबकि लोनिवि के मजदूर अब लिनचोली से छानी कैंप के बीच बर्फ सफाई में जुटे हुए हैं। यहां कुछ संवेदनशील स्थानों पर तीन फीट से अधिक बर्फ जमा हुई है।


उप जिलाधिकारी ऊखीमठ, अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि 2 मई से शुरू हो रही यात्रा में पैदल मार्ग से केदारनाथ तक एक रात में 17,000 यात्रियों के रुकने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि आगामी 25 अप्रैल तक सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

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