बदले की आग में बेकाबू हुआ युवक, दरोगा को दांतों से काटा, सिपाही के सिर पर कुल्हाड़ी मारी
- ANH News
- 1 सित॰
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अपडेट करने की तारीख: 2 सित॰

हरिद्वार जिले के खानपुर क्षेत्र में एक युवक ने अपने गुस्से और बदले की भावना में पुलिस के साथ हिंसक झड़प की घटना को अंजाम दिया। घटना का मुख्य कारण यह था कि कुछ दिनों पहले पुलिस ने उसकी बाइक को बिना आरसी और आवश्यक दस्तावेज के देखकर सीज कर दिया था, जिससे युवक में नाराजगी फैल गई थी। इस नाराजगी ने उसे हिंसक कदम उठाने के लिए प्रेरित कर दिया।
रात की गश्त के दौरान हुई घटना-
मामला शनिवार की शाम का है जब खानपुर थाना क्षेत्र में गश्त पर निकले पुलिसकर्मी अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे। मोहनावाला गांव के पास एक संदिग्ध व्यक्ति ने पुलिसकर्मियों को रुकने का इशारा किया। जब पुलिसकर्मियों ने उस युवक को रुकने का प्रयास किया, तो उसने अचानक अपने पास रखी कुल्हाड़ी निकालकर उन पर हमला कर दिया। उस समय बाइक चला रहे सिपाही सुनील पर कुल्हाड़ी से सिर पर वार किया गया, हालांकि हेलमेट होने के कारण उसकी जान बच गई।
पुलिसकर्मियों का साहसिक प्रयास-
इस हमले के जवाब में, दोनों सिपाही सुनील व सत्येंद्र सिंह ने साहस दिखाते हुए आरोपी को पकड़ लिया और उसकी कुल्हाड़ी भी अपने कब्जे में ले ली। इस बीच, आरोपी ने बाइक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिसकर्मियों ने तुरंत ही इसकी सूचना अपने थाने और वरिष्ठ अधिकारियों को दी।
आरोपी का विरोध और गिरफ्तार-
मौके पर पहुंची पुलिस टीम के साथ एक दरोगा उपेंद्र सिंह और सिपाही अमन कुमार भी पहुंचे। जैसे ही वे आरोपी को कार में बिठाने का प्रयास कर रहे थे, तो उसने अचानक अपने दांतों से दरोगा के हाथ पर काट लिया। साथ ही, उसने सिपाही अमन को भी घायल कर दिया।
आरोपी का नाराजगी का कारण-
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी, जसवीर पुत्र साधूराम निवासी खानपुर, पहले से ही पुलिस की नजर में था। उसकी बाइक कुछ दिनों पहले चेकिंग के दौरान बिना आरसी और कागजात के पकड़ी गई थी, और उस समय पुलिस ने उसकी बाइक को सीज कर दिया था। इससे वह बहुत नाराज था और उसकी नाराजगी का मुख्य कारण यह था कि उसे न्याय नहीं मिला। इस घटना के बाद उसकी नाराजगी और भी बढ़ गई, जिसने उसने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।
आरोपी की गिरफ्तारी और मामला दर्ज-
आरोपी को घायल करने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी कुल्हाड़ी भी जब्त कर ली गई। घायल पुलिसकर्मियों का मेडिकल परीक्षण कराकर उनका इलाज कराया गया है। आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।





