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मॉनसून ने फिर मारी करवट, उत्तराखंड के पहाड़ों पर भारी बारिश से तबाही का खतरा

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 19 सित॰
  • 2 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 20 सित॰

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उत्तराखंड में मौसम को लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश के मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार को चेतावनी दी है कि देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर, टिहरी और हरिद्वार जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है, जिसके मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग के कुछ हिस्सों में भी तेज बारिश के कारण येलो अलर्ट जारी है। यह चेतावनी इस बात का संकेत है कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भारी वर्षा से संबंधित हालात गंभीर बने हुए हैं और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।


उत्तराखंड के लोग अब मानसून की विदाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि इस बार का मानसून उत्तराखंड के लिए विनाशकारी साबित हुआ है। पहाड़ों से लेकर मैदानों तक बारिश ने हाहाकार मचा रखा है। गुरुवार तड़के चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा ने कई लोगों की जान ले ली है। इस घटना में 12 लोग लापता हो गए, जिनमें से दो के शव बरामद हो चुके हैं जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं। राहत और बचाव दलों ने मलबे से करीब 16 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद एक व्यक्ति को जिंदा बचाने में सफलता पाई है। नंदानगर के कई इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण करीब 30 से अधिक घर बह गए हैं। नंदानगर के तीन मुख्य क्षेत्रों में इस आपदा ने भारी तबाही मचाई है। बिनसर पहाड़ी की चोटी के दोनों ओर बादल फटने के कारण पानी की तीन धाराएं बन गईं, जिससे सेंती लगा कुंतरी, फला लगा कुंतरी और धुरमा क्षेत्र को गंभीर नुकसान पहुंचा है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं।


इस बार के मानसून सीजन में उत्तराखंड में हुई बारिश ने व्यापक तबाही मचाई है। भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने राज्य के विभिन्न हिस्सों को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिसमें सैकड़ों लोगों की जानें गईं और करोड़ों रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है। भूस्खलन, बाढ़ और तेज बारिश की घटनाओं से पहाड़ों का नजारा पूरी तरह बदल गया है। मौसम विभाग की ओर से लगातार जारी चेतावनियों के बावजूद बारिश का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे जनजीवन और अर्थव्यवस्था दोनों प्रभावित हो रही हैं। ऐसे में प्रशासन और जनता को अत्यंत सतर्क रहने की आवश्यकता है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।

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