सरदार पटेल जयंती पर मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि, एकता पदयात्रा का किया शुभारंभ
- ANH News
- 5 दिन पहले
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को घंटाघर पहुंचकर भारत के लौह पुरुष, भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एकता पदयात्रा का शुभारंभ किया और स्वयं भी इसमें सहभागी बने। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों को स्वदेशी अपनाने और नशामुक्त उत्तराखंड का संकल्प दिलाया।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के अदम्य साहस, अटूट राष्ट्रभक्ति और दूरदर्शी नेतृत्व के कारण ही आज भारत एक सशक्त, एकीकृत और अडिग राष्ट्र के रूप में विश्व के सामने खड़ा है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल का सम्पूर्ण जीवन देश की एकता, अखंडता और समर्पण की भावना का प्रतीक रहा है। उन्होंने 560 से अधिक रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर जिस प्रकार अखंड भारत की नींव रखी, वह राष्ट्र निर्माण के इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे महान पुरुष के योगदान को सम्मानित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 से उनकी जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाने की परंपरा की शुरुआत की, जो उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।

सीएम धामी ने बताया कि राज्यभर में 16 नवंबर तक प्रत्येक जिले के तीन स्थानों पर वॉकथॉन कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों में आठ से दस किलोमीटर की पदयात्रा के साथ ‘नशा मुक्त भारत’, ‘एक पेड़ माँ के नाम’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे जन-जागरूकता अभियानों को भी जोड़ा गया है, ताकि समाज में सकारात्मक संदेश प्रसारित हो और लोग सामाजिक सरोकारों से जुड़ें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वॉकथॉन केवल एक दौड़ नहीं, बल्कि भारत की विविधता में एकता की भावना को सशक्त करने का माध्यम है। इससे युवाओं में राष्ट्र निर्माण, अनुशासन, और सेवा की भावना को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे सरदार पटेल के आदर्शों और जीवन मूल्यों को आत्मसात करें और एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने में अग्रणी भूमिका निभाएं।
अंत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लक्ष्य की दिशा में राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर इस संकल्प को साकार करने में अपना सहयोग और योगदान दें, ताकि उत्तराखंड देश के विकास और एकता के मार्ग पर अग्रणी राज्य बन सके।





