top of page

मदरसा बोर्ड अध्यक्ष ने की रक्षा मंत्री से मुलाकात, ऑपरेशन सिंदूर को पाठ्यक्रम में शामिल करने पर विचार

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 31 मिनट पहले
  • 1 मिनट पठन

उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद के अध्यक्ष, मौलाना मुफ्ती शमून क़ासमी ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में देश के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर उनके साथ शिक्षाविदों, बुद्धिजीवियों एवं सूफी संप्रदाय के गणमान्य व्यक्तियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी उपस्थित रहा।


मुफ़्ती क़ासमी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की अभूतपूर्व सफलता पर रक्षा मंत्री को बधाई दी और कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह के कुशल नेतृत्व में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक एवं साहसिक कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि इस रणनीतिक अभियान से अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की सुरक्षा नीति एवं सैन्य दक्षता की व्यापक सराहना हो रही है। यह कार्रवाई न केवल भारत की संप्रभुता की रक्षा में मील का पत्थर साबित हुई है, बल्कि इससे देश की वैश्विक छवि भी और सुदृढ़ हुई है।


मुफ़्ती क़ासमी ने रक्षा मंत्री से यह अनुरोध भी किया कि ऑपरेशन सिंदूर में वीरगति को प्राप्त हुए सैनिकों के परिवारों तथा जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तानी हमलों में मारे गए निर्दोष नागरिकों के परिजनों को विशेष आर्थिक सहायता एवं पुनर्वास पैकेज प्रदान किया जाए, जिससे राष्ट्र उनके बलिदान को सम्मानपूर्वक स्वीकार कर सके।


उन्होंने यह भी बताया कि उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद अपने नए शैक्षणिक पाठ्यक्रम में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को शामिल करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य यह है कि मदरसों में अध्ययनरत छात्र भी देश की सैन्य उपलब्धियों, राष्ट्रीय सुरक्षा के महत्व और भारतीय सेना के साहसिक अभियानों से परिचित हो सकें। इससे राष्ट्रप्रेम, एकता और जागरूकता की भावना को बल मिलेगा और युवाओं में देश की सुरक्षा व्यवस्था के प्रति सम्मान और आत्मीयता विकसित होगी।

bottom of page