जय बाबा केदार के जयघोष से गुंजा ऊखीमठ, ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान हुई डोली
- ANH News
- 26 अक्टू॰
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उत्तराखंड: उत्साह, उमंग और गहरी आस्था के वातावरण में शनिवार को भगवान केदारनाथ की चल विग्रह पंचमुखी डोली अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में विधि-विधान के साथ विराजमान हो गई। अब आने वाले छह माह तक भगवान केदारनाथ की समस्त शीतकालीन पूजा-अर्चना यहीं संपन्न होगी।
गौरतलब है कि 23 अक्तूबर को भैया दूज पर्व के दिन केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए श्रद्धालुओं की जयघोष और मंत्रोच्चारण के बीच बंद किए गए थे। कपाट बंद होने के उपरांत परंपरा के अनुसार भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली अपनी यात्रा पर रवाना हुई। पहले दिन डोली न्यालसू रामपुर में रात्रि विश्राम के लिए रुकी। इसके पश्चात दूसरे दिन विभिन्न पड़ावों से होती हुई डोली गुप्तकाशी के विश्वनाथ मंदिर पहुंची, जहां शनिवार तड़के विशेष पूजा-अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान केदारनाथ की आराधना की गई।
वेदपाठियों ने वैदिक मंत्रों से भगवान केदारनाथ की स्तुति करते हुए पंचांग पूजन किया। इस अवसर पर भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली तथा भगवान विश्वनाथ की विशेष पूजा भी सम्पन्न हुई। मंदिर के मुख्य पुजारी शांतलिंग ने विधिवत पूजा संपन्न कराई।
सुबह लगभग साढ़े आठ बजे सेना के बैंड की मधुर धुन और भक्तों के गगनभेदी जयकारों के बीच पंचमुखी डोली ने अपने शीतकालीन गद्दीस्थल की ओर प्रस्थान किया। यात्रा मार्ग में सेमी, भैंसारी, विद्यापीठ और तलचुन्नी जैसे पड़ावों पर श्रद्धालुओं ने भगवान की डोली का भव्य स्वागत किया। जगह-जगह भक्तों ने फूल बरसाकर, आरती उतारकर और सामूहिक अर्घ्य अर्पित कर बाबा केदारनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया।
अपराह्न लगभग एक बजे पंचमुखी डोली ओंकारेश्वर मंदिर परिसर में पहुंची, जहां भक्तों ने फूलों की वर्षा से भगवान का स्वागत किया। डोली ने मंदिर की परिक्रमा करने के बाद अपने निर्धारित स्थान पर विराजमान होकर शीतकालीन पूजाओं की औपचारिक शुरुआत का संकेत दिया। पूरा ऊखीमठ क्षेत्र “जय बाबा केदार” और “हर हर महादेव” के जयघोष से गूंज उठा।
सेना की बैंड धुन, भक्तों के मंगल गीत और आस्था से ओतप्रोत वातावरण ने इस पूरे आयोजन को दिव्यता से भर दिया। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बाबा केदार का पुष्प और अक्षत से स्वागत करते हुए अपने घर-परिवार की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना की। अब आगामी छह माह तक भक्त ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में अपने बाबा केदार के दर्शन और पूजा-अर्चना का पुण्य लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह डोली विधि-विधानपूर्वक ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा-निर्देश में शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है ताकि श्रद्धालु सर्दियों के दौरान भी देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों से जुड़ सकें। द्विवेदी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे ऊखीमठ पहुंचकर भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजाओं में भाग लें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार और मंदिर समिति के संयुक्त प्रयासों से अब केदारनाथ और बदरीनाथ धाम की शीतकालीन पूजाओं को भी व्यापक रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे राज्य के धार्मिक पर्यटन को नई दिशा और गति मिल सके।





