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श्राद्ध पक्ष में कब करें पिंडदान और तर्पण, 7 सितंबर से शुरू

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 6 सित॰
  • 1 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 7 सित॰

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Shradh Purnima 2025: 7 सितंबर 2025 से श्राद्ध शुरू हो रहे हैं. इस बार श्राद्ध पक्ष के दिन चंद्र ग्रहण भी रहेगा. दोपहर 12:57 पर सूतक काल शुरू हो जाएगा. शास्त्रों के मुताबिक अपरान्ह काल कुतुप, रोहिणी और अभिजीत काल में श्राद्ध करना चाहिए वैसे श्राद्ध करने का यही उचित समय है. भाद्रपद पूर्णिमा के साथ ही पूर्ण चंद्रग्रहण भी लगेगा. और इसका समापन 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या पर होगा.


यह पूर्वजों के आत्मा की शांति के लिए अत्यंत पवित्र समय माना जाता है. इन 16 दिनों के दौरान लोग तर्पण पिंडदान श्राद्ध जैसे कर्मकांड करके पितरों को याद करते हैं.


किस समय करें:-

1). अपराह्न काल: शास्त्रों के अनुसार श्राद्ध कर्म अपराह्न काल में करना चाहिए जोकि 12:00 के बाद से शुरू होकर शाम ढलने या सूर्यास्त से पहले तक के समय को कहा जाता है.


2). कुतुप काल: 'कुतुप बेला' दिन का आठवां मुहूर्त होता है. इस काल में दिन के 11:30 से 12:30 की मध्य का समय होता है. हालांकि स्थानिय समय के अनुसार 2-3 मिनट का ऊपर-नीचे रहता है.


3). अभिजीत मुहूर्त: हफ्ते में केवल बुधवार को छोड़कर हरेक वार पर अभिजीत मुहूर्त रहता है.


4). रोहिणी नक्षत्र: इस काल के दौरान श्राद्ध कर सकते हैं अगर रोहिणी नक्षत्र नहीं होतो उपरोक्त काल में श्राद्ध करें.




 


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