पितृपक्ष श्राद्ध के दिनों में भूलकर भी ना करें ये काम, ये भी वर्जित...
- ANH News
- 7 सित॰
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अपडेट करने की तारीख: 7 सित॰

Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष के दिनों मे कुछ नियमों का शक्ति से पालन करना होता है. श्राद्ध के दिनों में विशेषकर ऐसी बातों का ध्यान रखना पड़ता है अन्यथा इसके बुरे परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं. ऐसे कई संस्कारों को ध्यान रखकर आप पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं. इन दिनों में शादी सगाई या अन्य किसी भी तरह का शुभ कार्य, धार्मिक अनुष्ठान या नई चीज की खरीददारी करने की मनाही होती है.
आईये हम जानते हैं कि कौनसे ऐसे नियम है जिन्हें ध्यान में रखकर हम अपने पितरों को खुश कर सके .
पितरों को प्रसन्न करने के लिए इन मंत्रों का जाप करें...
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात।
ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्।
पितृपक्ष में ये ना करें:-
श्राद्ध के दिनों में नए कपड़े, जूते-चप्पल नहीं खरीदना चाहिए.
इस समय तामसिक भोजन जैसे मांस, मछली, अंडा, प्याज, लहसुन आदि का सेवन करने से बचें.
पितृ पक्ष के दौरान सगाई विवाह या किसी भी तरह के मांगलिक आयोजन ना करें.
इस दौरान जितना संभव हो धार्मिक कार्य और दान-पुण्य करें.
इस समय सोना-चांदी खरीदना भी अशुभ माना जाता है.
पितृपक्ष के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करें.
पितृपक्ष काल में दूसरों की प्रति दुर्व्यवहार ना करें और बड़ों का सम्मान करें.





