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हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की तैयारियां तेज, आस्था पथ से बर्फ हटाई गई, तीनों गुरुद्वारों की दीदार की तैयारी शुरू

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 24 मई
  • 2 मिनट पठन
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ऋषिकेश/उत्तराखंड। हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की तैयारी पूरी जोश-खरोश से जारी है। गुरुद्वारा प्रबंधन और प्रशासन की टीमें श्रद्धालुओं के स्वागत को लेकर दिन-रात जुटी हुई हैं। हेमकुंड साहिब के प्रसिद्ध आस्था पथ से बर्फ को पूरी तरह से हटा दिया गया है, जिससे श्रद्धालुओं के लिए रास्ता पूरी तरह से साफ़ और सुरक्षित हो गया है।


तीनों प्रमुख गुरुद्वारों — हेमकुंड साहिब, गोविंदघाट और घांघरिया — को रंग-बिरंगे फूलों और करीब सात क्विंटल फूलों से सजाने का काम शुरू कर दिया गया है। साथ ही, विभिन्न प्रकार की लाइटिंग भी लगाई जा रही है, जिससे ये धार्मिक स्थल भव्य और आकर्षक रूप में दिखें।


पहला जत्था हुआ रवाना, राज्यपाल ने दी हरी झंडी

आज ऋषिकेश स्थित सिख श्रद्धालुओं का पहला जत्था हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हो चुका है। इस अवसर पर उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) गुरमीत सिंह ने श्रद्धालुओं को हरी झंडी दिखाकर शुभकामनाएं दीं और उनके सुरक्षित यात्रा की कामना की। 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट आधिकारिक रूप से खुल जाएंगे, जिसके बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस पावन धाम की ओर प्रस्थान करेंगे।


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सुरक्षा इंतजामों में भी तेजी

हेमकुंड साहिब के साथ-साथ घांघरिया से ऊपर पैदल मार्ग पर सुरक्षा को लेकर भी विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। लोनिवि (उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड) की टीम रेलिंग लगाने का कार्य कर रही है, जिससे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित हो सके। अधिकारियों का कहना है कि कपाट खुलने से पहले यह रेलिंग का काम पूरी तरह पूरा कर लिया जाएगा।


गुरुद्वारा प्रबंधक का बयान

गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि आस्था पथ से बर्फ हटाने का कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। फूलों से सजावट और प्रकाश व्यवस्था का काम तेजी से जारी है ताकि श्रद्धालुओं को एक भव्य और आनंददायक धार्मिक अनुभव मिल सके।

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