राष्ट्रपति मुर्मू कल करेंगी विधानसभा को संबोधित, राजधानी में बढ़ाई गई सुरक्षा
- ANH News
- 4 दिन पहले
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Dehradun: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार से दो दिन के देहरादून प्रवास पर आ रही हैं। उनके आगमन को लेकर राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। पुलिस प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। राष्ट्रपति रविवार को देहरादून पहुंचने के बाद राजभवन में विश्राम करेंगी और सोमवार को विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करेंगी।
राष्ट्रपति के आगमन से पहले राजधानी के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा घेरा और मजबूत कर दिया गया है। इसी क्रम में देहरादून स्थित राष्ट्रपति आवास के आसपास का इलाका भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के अंतर्गत “साइलेंट ज़ोन” घोषित किया गया है। यह प्रतिबंध ब्रह्मकमल चौक से राष्ट्रपति निकेतन होते हुए राजपुर रोड से मसूरी डायवर्जन तक 100 मीटर की परिधि और विधानसभा परिसर के आसपास 300 मीटर के दायरे में लागू रहेगा। यह आदेश आज सुबह 10 बजे से लेकर तीन नवंबर को राष्ट्रपति के प्रस्थान के एक घंटे बाद तक प्रभावी रहेगा।
राष्ट्रपति के प्रवास के दौरान सुरक्षा व्यवस्था इतनी सख्त की गई है कि जमीन से लेकर आसमान तक चौकसी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। एडीजी इंटेलिजेंस अभिनव कुमार और एडीजी कानून व्यवस्था डॉ. वी. मुरुगेशन ने सुरक्षा बलों को विस्तृत ब्रीफिंग देते हुए किसी भी प्रकार की चूक न होने के निर्देश दिए हैं। वीवीआईपी सुरक्षा घेरा सुनिश्चित करने के लिए ऊँचे भवनों, जल टंकियों और प्रमुख मार्गों पर पुलिस बल के साथ डॉग स्क्वॉड और बम डिस्पोजल स्क्वॉड को तैनात किया गया है।
साथ ही, राष्ट्रपति के प्रवास स्थल और आसपास के क्षेत्रों में ड्रोन उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा हवाई निगरानी भी की जाएगी ताकि राष्ट्रपति की आवाजाही के दौरान कोई सुरक्षा जोखिम न उत्पन्न हो।
राष्ट्रपति के दौरे को ध्यान में रखते हुए शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में भी आवश्यक बदलाव किए गए हैं। बच्चों और अभिभावकों को अनावश्यक परेशानी से बचाने के लिए प्रशासन ने 3 नवंबर को शहर के 20 स्कूलों में अवकाश घोषित किया है।
देहरादून में राष्ट्रपति का यह दौरा राज्य के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि सोमवार को वे विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करेंगी, जहाँ उत्तराखंड की रजत जयंती वर्ष के अवसर पर राज्य के विकास और भविष्य की दिशा पर चर्चा की जाएगी।





