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राष्ट्रपति ने 9 करोड़ की लागत से तैयार फुट ओवर ब्रिज व घुड़सवारी क्षेत्र का किया उद्घाटन

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 3 दिन पहले
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देहरादून: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को देहरादून स्थित राजपुर रोड पर राष्ट्रपति निकेतन में आगंतुकों की सुविधा के लिए तैयार दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं- फुट ओवर ब्रिज और घुड़सवारी क्षेत्र (एक्वेस्ट्रियन ज़ोन)- का लोकार्पण किया। लगभग नौ करोड़ रुपये की लागत से तैयार ये दोनों परियोजनाएं आधुनिकता, सुरक्षा और विरासत के सुंदर समन्वय का प्रतीक बनकर राष्ट्रपति निकेतन परिसर को एक नई पहचान दे रही हैं।


राजपुर रोड पर निर्मित 105 फीट लंबे पैदल पुल ने राष्ट्रपति निकेतन को राष्ट्रपति उद्यान से जोड़ दिया है। लोक निर्माण विभाग द्वारा तैयार यह पुल हिमालयी वास्तुकला की प्रेरणा से बनाया गया है, जिसमें स्थानीय सौंदर्य और पारंपरिक डिज़ाइन का उत्कृष्ट मेल दिखाई देता है। यह पुल अब व्यस्त राजपुर रोड पर न केवल सुरक्षा का नया विकल्प प्रदान करेगा, बल्कि आगंतुकों और राहगीरों के लिए भी सहज और सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करेगा।


राष्ट्रपति निकेतन परिसर में विकसित किया गया घुड़सवारी क्षेत्र लगभग 0.7 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है। यह क्षेत्र राष्ट्रपति के अंगरक्षकों- प्रेसिडेंट्स बॉडीगार्ड (PBG)- की गौरवशाली परंपरा का प्रतीक है, जो ब्रिटिश काल से लेकर आज तक प्रतिष्ठा और अनुशासन का परिचायक रही है। केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) द्वारा निर्मित इस अत्याधुनिक क्षेत्र में आठ घोड़ों की क्षमता वाला अस्तबल, उपचार कक्ष, स्नान एवं चारा कक्ष और आगंतुकों के लिए विशेष रूप से तैयार दर्शन गलियारा बनाया गया है, जिससे लोग इस ऐतिहासिक परंपरा को नज़दीक से देख और समझ सकेंगे।

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इन दोनों परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ ही राष्ट्रपति निकेतन का परिसर अब और अधिक जीवंत और सुलभ बन गया है। यह परिसर अब आम आगंतुकों के लिए सोमवार को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहेगा। यहां आने वाले लोगों को “राष्ट्रपति सर्किट” का अनुभव कराने के लिए प्रशिक्षित टूर गाइड्स की भी व्यवस्था की गई है, ताकि वे राष्ट्रपति निकेतन की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और स्थापत्यिक विशेषताओं को विस्तार से समझ सकें।


इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी उपस्थित रहे। दोनों ही अतिथियों ने राष्ट्रपति के साथ मिलकर नई सुविधाओं का अवलोकन किया और राज्य की विकासोन्मुखी पहल की सराहना की।

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शाम को राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्रपति निकेतन परिसर में आयोजित एक मनमोहक सांस्कृतिक संध्या में भाग लिया। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड की लोक संस्कृति की जीवंत झलक देखने को मिली। राज्य के विभिन्न हिस्सों से आए लोक कलाकारों ने गढ़वाली, कुमाऊनी और जौनसारी गीतों व नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियों से वातावरण को उल्लासमय बना दिया।


उत्तराखंड संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) भी उपस्थित रहे। राष्ट्रपति मुर्मू ने कार्यक्रम के बाद लोक कलाकारों से मुलाकात कर उनकी हौसला-अफ़ज़ाई की और कहा कि राज्य की लोक परंपराएं न केवल उसकी पहचान हैं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता का अभिन्न हिस्सा भी हैं।


इस प्रकार, राष्ट्रपति निकेतन में आयोजित यह दिन उत्तराखंड की विरासत, संस्कृति और आधुनिक विकास- तीनों का अद्भुत संगम बन गया, जिसमें परंपरा और प्रगति का सुंदर संतुलन झलकता रहा।

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