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ऋषिकेश में नशे के खिलाफ जन जागरूकता रैली

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 4 अक्टू॰
  • 2 मिनट पठन
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ऋषिकेश। तहसील सेवा विधि प्राधिकरण ने शहर में नशे के खिलाफ एक जन जागरूकता रैली आयोजित की। इस रैली का मुख्य उद्देश्य नशे के दुष्परिणामों के बारे में लोगों को जागरूक करना और उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना था।


रैली का शुभारंभ:

रैली की शुरुआत कोर्ट परिसर से हुई। यहां तहसील विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिवक्ता और जज उपस्थित थे। रैली में विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने भी भाग लिया, जिन्होंने नशे के खिलाफ अपने विचारों को व्यक्त किया। रैली के दौरान छात्रों ने अपने हाथों में रंग-बिरंगे पोस्टर और बैनर पकड़े थे, जिन पर "नशा छोड़ो, जीवन संग जीओ!" जैसे संदेश लिखे थे।


नशे के दुष्परिणाम:

नशा सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य को ही नहीं, बल्कि समाज पर भी गंभीर असर डालता है। उदाहरण के लिए, एक अध्ययन में सामने आया है कि नशे की लत के कारण हर वर्ष 27% युवा अपनी पढ़ाई छोड़ देते हैं। इसके अलावा, यह परिवारों में तनाव और आर्थिक समस्याएं बढ़ाता है। रैली में एसडीम योगेश मेहरा ने बताया कि तहसील विधिक सेवा प्राधिकरण लगातार लोगों को नशे के दुष्परिणामों की जानकारी देने का कार्य कर रहा है।

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छात्रों की भूमिका:

रैली में छात्रों की भागीदारी ने इसे और अधिक प्रभावशाली बना दिया। छात्रों ने "नशा करूंगा ना करने दूंगा" की शपथ ली। उनकी यह शपथ न केवल उनके लिए, बल्कि उनके परिवारों और समाज के लिए भी एक मजबूत सकारात्मक संदेश थी। एक सर्वेक्षण का कहना है कि छात्रों की नशे के खिलाफ सक्रियता से 45% परिवारों में नशे की प्रवृत्ति में कमी आई है। यह युवा पीढ़ी का नशे के खिलाफ खड़ा होना एक उम्मीद की किरण है।


शहरवासियों का समर्थन:

इस जागरूकता रैली को शहरवासियों का भी बड़ा समर्थन मिला। उन्होंने निर्णय लिया कि वे अपने बच्चों को नशे की लत से बचाने का प्रयास करेंगे। सामूहिक प्रयास से नशे के खिलाफ एक मजबूत संदेश स्पष्ट हुआ: जब समाज एकजुट होता है, तो वह किसी भी समस्या का सामना कर सकता है।


जागरूकता का महत्व:

जागरूकता रैलियों का आयोजन न केवल नशे के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी एक साधन है। जब लोग नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक होते हैं, तो वे अपने और अपने परिवार के लिए सही चुनाव कर पाते हैं। आंकड़े बताते हैं कि नशे के प्रति जागरूकता बढ़ने पर नशे के मामलों में 32% की कमी आ सकती है।


बुनियादी संदेश:

ऋषिकेश में आयोजित यह जन जागरूकता रैली नशे के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। यह लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करती है और उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करती है। इस तरह के कार्यक्रम हमारी दिशा में स्वस्थ और समृद्ध समाज की ओर बढ़ने की आवश्यकता को दर्शाते हैं।


इस रैली ने साबित कर दिया कि जब समाज एकजुट होता है, तो वह किसी भी चुनौती का सामना कर सकता है। नशे के खिलाफ यह जागरूकता रैली हमें याद दिलाती है कि हमें मिलकर एक स्वस्थ और नशामुक्त समाज के लिए प्रयास करना चाहिए।



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