SDRF के पर्वतारोही राजेंद्र नाथ माउंट एवरेस्ट के लिए रवाना, अबतक 132 देशों में लहराया है तिरंगा
- ANH News
- 17 मई
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जौलीग्रांट: उत्तराखंड के एसडीआरएफ मुख्यालय, जौलीग्रांट में एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने पर्वतारोही मुख्य आरक्षी राजेंद्र नाथ को विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के आरोहण अभियान के लिए फ्लैग ऑफ किया। इस अवसर पर, सेनानायक ने पर्वतारोहण के महत्व और इसके जरिए प्राप्त अनुभवों पर प्रकाश डाला।
सेनानायक अर्पण यदुवंशी ने कहा कि पर्वतारोही अभियानों में शारीरिक और मानसिक दृढ़ता की असली परीक्षा होती है। ऐसे अभियानों से जो अनुभव प्राप्त होते हैं, वे एसडीआरएफ को प्रदेश में होने वाली प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं में रेस्क्यू कार्य करने में अत्यधिक मददगार साबित होते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राजेंद्र नाथ ने अब तक पाँच महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों सहित देश के कई प्रमुख पर्वतों पर तिरंगा फहराया है, जो कि उनके साहस और समर्पण का प्रतीक है।
राजेंद्र नाथ की पर्वतारोहण यात्रा की प्रमुख उपलब्धियां
पर्वतारोही राजेंद्र नाथ का पर्वतारोहण करियर अत्यधिक प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने अब तक कई महत्वपूर्ण चोटियों को फतह किया है, जिनमें शामिल हैं:
माउंट त्रिशूल (7120 मी.)
माउंट गंगोत्री-I (6672 मी.)
माउंट श्रीकंठ (6133 मी.)
माउंट चंद्रभागा-13 (6264 मी.)
डीकेडी-2 (5670 मी.)
माउंट बलज्यूरी (5922 मी.)
माउंट बंदरपुंछ (5500 मी.)
माउंट एलब्रुश (5642 मी.) - यूरोप
माउंट किलिमंजारो (5895 मी.) - अफ्रीका
माउंट अंकोकागुआ (6961 मी.) - दक्षिण अमेरिका
माउंट देनाली (6190 मी.) - उत्तरी अमेरिका, अलास्का
माउंट कोजियस्को (2228 मी.) - ऑस्ट्रेलिया
राजेंद्र की यह यात्रा न केवल पर्वतारोहण के क्षेत्र में उनकी सफलता को दर्शाती है, बल्कि एसडीआरएफ में उनके द्वारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान को भी रेखांकित करती है।
एसडीआरएफ का पर्वतारोहण में योगदान
एसडीआरएफ की टीम हमेशा विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं और दुर्घटनाओं में सक्रिय रूप से रेस्क्यू कार्य करती है। पर्वतारोहण जैसे चुनौतीपूर्ण अभियानों से प्राप्त अनुभव एसडीआरएफ के रेस्क्यू अभियानों को और अधिक सशक्त बनाते हैं। पर्वतारोहण में सफलता पाने के बाद, टीम के सदस्य आपदाओं के दौरान शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, जो उन्हें कठिन परिस्थितियों में कार्य करने में मदद करता है।
इस विशेष अवसर पर, उप सेनानायक शुभांक रतूड़ी, क्वार्टर मास्टर राजीव रावत, उप निरीक्षक जयपाल राणा सहित एसडीआरएफ के अन्य प्रमुख अधिकारी भी उपस्थित थे। सभी ने राजेंद्र नाथ को शुभकामनाएं दीं और उनके अभियान की सफलता की कामना की।
राजेंद्र नाथ का माउंट एवरेस्ट के अभियान के लिए रवाना होना एसडीआरएफ के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, और यह उत्तराखंड के पर्वतारोहण समुदाय के लिए एक गर्व की बात है। यह साहसिक यात्रा न केवल उनके व्यक्तिगत साहस का प्रतीक है, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगी।





