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Uttarakhand:अर्द्धसैनिक बलों को तोहफा: CGHS सुविधा जल्द शुरू, देश में 22 नए केंद्र

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 1 सित॰
  • 2 मिनट पठन

अपडेट करने की तारीख: 2 सित॰

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कुमाऊं क्षेत्र के हजारों अर्द्धसैनिक बल के जवानों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। लंबे समय से लंबित मांग आखिरकार पूरी होने जा रही है। केंद्र सरकार की सीजीएचएस (Central Government Health Scheme) सुविधा अब जल्द ही हल्द्वानी और नैनीताल में शुरू की जाएगी, जिससे क्षेत्र के तकरीबन 50,000 से अधिक सेवारत एवं सेवानिवृत्त अर्द्धसैनिक बल के जवानों और उनके परिजनों को प्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा।


16 वर्षों की अनवरत मुहिम हुई सफल

पूर्व केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) कार्मिक संगठन पिछले 16 वर्षों से इस मांग को लेकर प्रयासरत था। संगठन के निरंतर प्रयासों और जनहित में की गई पैरवी के चलते आखिरकार केंद्र सरकार ने इसे स्वीकृति दे दी है।


इस संदर्भ में नैनीताल जिले के पूर्व डिप्टी कमांडेंट और CAPF कार्मिक संगठन के जिलाध्यक्ष श्री दरवान सिंह बोहरा द्वारा 20 अगस्त को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, निर्माण भवन, नई दिल्ली के संयुक्त सचिव डॉ. मनस्वी कुमार को एक पत्र भेजा गया था। इसके जवाब में डॉ. मनस्वी ने 27 अगस्त को स्पष्ट किया कि हल्द्वानी और नैनीताल में CGHS केंद्रों की स्थापना शीघ्र ही की जाएगी।


देशभर में खुलेंगे 22 नए CGHS केंद्र

देशभर में केंद्र सरकार द्वारा 22 नए सीजीएचएस केंद्रों की स्थापना की योजना बनाई गई है। इसके लिए 286 नए पदों का सृजन भी किया जा चुका है, जिसमें डॉक्टरों और स्टाफ नर्सों सहित अन्य सहायक कर्मचारी शामिल होंगे।


हल्द्वानी और नैनीताल CGHS केंद्रों में क्या होगा खास?

प्रारंभिक चरण में 4 डॉक्टर और कुल 13 स्टाफ की नियुक्ति होगी।

ओपीडी, इनडोर उपचार, विशेषज्ञ परामर्श, दवा वितरण जैसी प्राथमिक से लेकर जटिल बीमारियों तक की चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

जरूरत पड़ने पर मरीजों को सीजीएचएस से पैनलबद्ध अस्पतालों में रेफर किया जाएगा, जहां पर उन्हें कैशलेस उपचार मिलेगा।

सभी सुविधाएं सीजीएचएस कार्ड धारकों के लिए निःशुल्क होंगी।


क्या है CGHS योजना?

सीजीएचएस (Central Government Health Scheme) एक स्वास्थ्य बीमा योजना है, जो केंद्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनर्स और उनके आश्रितों को व्यापक चिकित्सा सेवाएं प्रदान करती है। इसमें निम्नलिखित लाभ शामिल हैं:


ओपीडी सेवाएं

अस्पताल में भर्ती की सुविधा (इनडोर ट्रीटमेंट)

विशेषज्ञ डॉक्टरों की परामर्श सेवा

दवाओं की प्रतिपूर्ति

कैशलेस उपचार

परिवार कल्याण सेवाएं


यह योजना केवल सरकारी अस्पतालों और सीजीएचएस-पैनलबद्ध निजी अस्पतालों एवं डायग्नोस्टिक केंद्रों में लागू होती है।


CGHS कार्ड बनवाने की लागत (सेवानिवृत्त जवानों के लिए):


रैंक CGHS कार्ड शुल्क (रु.)

सिपाही / हवलदार ₹30,000

सब-इंस्पेक्टर ₹54,000

इंस्पेक्टर – डिप्टी कमांडें ₹78,000

डिप्टी कमांडेंट से ऊपर ₹1,20,000

सिर्फ शुरुआत है – दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों तक भी पहुंचेगी सुविधा


श्री दरवान सिंह बोहरा ने बताया कि यह प्रयास केवल शुरुआत है। हल्द्वानी और नैनीताल में CGHS सुविधा के बाद, उनका अगला लक्ष्य कुमाऊं के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों जैसे पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और अल्मोड़ा तक इस योजना का लाभ पहुंचाना है।


"हमने वर्षों तक संघर्ष किया है ताकि हमारे वीर अर्द्धसैनिक बल के जवानों को वे स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें, जिनके वे सच्चे हकदार हैं। यह कदम पूरे कुमाऊं के जवानों के लिए एक सम्मान और राहत का विषय है।"

दरवान सिंह बोहरा, सेवानिवृत्त डिप्टी कमांडेंट, CAPF

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