top of page

Rishikesh-यमुनोत्री हाईवे समेत कई सड़कें ब्लॉक, मलबा हटाने का कार्य जारी

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 6 जुल॰
  • 2 मिनट पठन
ree

ऋषिकेश: यमुनोत्री हाईवे के ओजरी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा लगभग 24 मीटर लंबा बैली ब्रिज निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। विभाग ने मौसम के अनुकूल हालात का लाभ उठाते हुए इस महत्वपूर्ण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया है। इसके साथ ही स्यानाचट्टी में सिंचाई विभाग द्वारा यमुना नदी में बनी झील के मुहाने से मलबा हटाने का कार्य भी लगातार जारी है।


यह उल्लेखनीय है कि बीते 28 जून को भारी बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे के ओजरी हिस्से में नदी ने तेज बहाव से सड़क को बहा दिया था, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। वर्तमान में ब्रिज निर्माण और मलबा हटाने के प्रयास जारी हैं ताकि जल्द से जल्द इस प्रमुख मार्ग को फिर से खोलकर यातायात सुचारू किया जा सके।


प्रदेश में बारिश से प्रभावित सड़कों का हाल

उत्तराखंड में मानसून के सक्रिय रहने और लगातार हो रही बारिश के कारण सड़कों पर मलबा आने और मार्ग बंद होने की समस्या बनी हुई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के विभिन्न जिलों में कुल 67 सड़कें बंद हैं। इनमें प्रमुख रूप से ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई ग्रामीण और जिला मार्ग शामिल हैं।


विशेष रूप से रुद्रप्रयाग जिले में चार ग्रामीण सड़कें, उत्तरकाशी जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 11 ग्रामीण सड़कें, नैनीताल में दो, चमोली जिले में एक राज्य मार्ग एवं 21 ग्रामीण सड़कें, पिथौरागढ़ में छह ग्रामीण, अल्मोड़ा में एक राजमार्ग और एक ग्रामीण सड़क, बागेश्वर जिले में 11 ग्रामीण, पौड़ी गढ़वाल में तीन ग्रामीण, देहरादून में दो ग्रामीण तथा टिहरी जिले में तीन ग्रामीण सड़कें मलबा आने के कारण बंद हैं।


मौसम की बदलती तस्वीर: भारी बारिश के आसार

मौसम विभाग ने प्रदेश में आगामी मानसून की रफ्तार बढ़ने की चेतावनी दी है। 6 जुलाई को रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर और देहरादून जिलों में भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा अन्य जिलों में तेज बारिश को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है, जिससे प्रदेशवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।


मौसम की इन स्थिति के मद्देनजर विभाग और प्रशासन ने आपातकालीन तैयारियों को मजबूत कर दिया है ताकि बारिश से उत्पन्न समस्याओं को तुरंत नियंत्रित किया जा सके। साथ ही, प्रदेश में फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकालने और आपूर्ति श्रृंखला को बहाल करने के लिए भी विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।


आगे की राह: राहत और पुनर्निर्माण कार्य जारी

वर्तमान में यमुनोत्री हाईवे पर बने बैली ब्रिज की समयबद्ध स्थापना और मलबा हटाने के कार्य को प्राथमिकता दी गई है। इससे न केवल यातायात बहाल होगा, बल्कि आसपास के इलाकों में आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूती मिलेगी। प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे मानवीय और भौतिक संसाधनों का समुचित प्रबंधन कर जल्द से जल्द सड़क मार्गों को खोलने का कार्य पूरा करें।


उत्तराखंड के लिए यह चुनौती है, लेकिन साथ ही यह साबित भी करता है कि प्राकृतिक आपदाओं के बीच भी सरकार और जनता मिलकर समस्याओं का सामना कर सकती है। आगामी दिनों में बारिश के प्रभाव के अनुसार स्थिति पर नजर रखी जाएगी और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

bottom of page