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Post office News: महंगाई की रफ्तार अब डाक पर भी, स्पीड पोस्ट की दरों में उछाल

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 2 अक्टू॰
  • 2 मिनट पठन
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एक अक्टूबर 2025 से डाक सेवाओं का उपयोग करने वाले ग्राहकों को स्पीड पोस्ट भेजने के लिए अब पहले की तुलना में अधिक शुल्क चुकाना होगा। डाक विभाग ने स्पीड पोस्ट की दरों में संशोधन करते हुए नए शुल्क ढांचे को लागू करने का निर्णय लिया है। यह बदलाव पूरे देश में एक साथ लागू किया जाएगा, जिससे हर राज्य और शहर के उपभोक्ता प्रभावित होंगे। देहरादून से दिल्ली के लिए स्पीड पोस्ट भेजने पर अब न्यूनतम 47 रुपये का शुल्क देना होगा, जबकि पहले यह शुल्क कम था।


डाक विभाग ने न केवल शुल्क में वृद्धि की है, बल्कि स्पीड पोस्ट की दरों को वजन के आधार पर भी पुनर्गठित किया है। निदेशक-डाक सेवाएं अनुसूया प्रसाद चमोला ने बताया कि ग्राहकों की बदलती आवश्यकताओं और आधुनिक तकनीक आधारित सेवाओं की मांग को ध्यान में रखते हुए स्पीड पोस्ट सेवा को उन्नत किया जा रहा है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत न केवल शुल्क बढ़ाए गए हैं, बल्कि सेवा के ढांचे और संचालन में भी बदलाव किए जा रहे हैं, जिससे डिलीवरी प्रणाली को और अधिक कुशल बनाया जा सके।


नई दरों के अनुसार, यदि स्पीड पोस्ट का वजन 50 ग्राम तक है, तो लोकल डिलीवरी के लिए शुल्क 19 रुपये निर्धारित किया गया है, जबकि अन्य शहरों के लिए यह शुल्क 47 रुपये होगा। वजन 51 से 250 ग्राम के बीच होने पर लोकल में 24 रुपये, 200 किलोमीटर तक की दूरी के लिए 59 रुपये, और 201 से 500 किलोमीटर के लिए 63 रुपये शुल्क तय किया गया है। यह स्लैब प्रणाली ग्राहकों को उनके पैकेट के वजन और दूरी के हिसाब से पारदर्शिता और सुविधा देने के उद्देश्य से तैयार की गई है।


इसके साथ ही डाक विभाग ने एक और बड़ा बदलाव करते हुए रजिस्ट्री सेवा को स्पीड पोस्ट में एकीकृत कर दिया है। जीपीओ देहरादून के सीनियर पोस्ट मास्टर एसएस गुसाईं के अनुसार, इस कदम से ग्राहकों को एकीकृत, तेज और बेहतर ट्रैकिंग सुविधा वाली डाक सेवा प्राप्त होगी। विभाग का मानना है कि इस नई व्यवस्था से न केवल पार्सल, बल्कि पत्राचार की डिलीवरी भी अधिक समयबद्ध, प्रभावी और सुरक्षित रूप से की जा सकेगी। यह सुधार पारंपरिक डाक व्यवस्था को आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप ढालने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

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