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स्वामी नरसिंहानंद ऋषिकेश पहुंचे, असली रावण को मारने की जरुरत

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 4 अक्टू॰
  • 1 मिनट पठन
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ऋषिकेश: ऐसा माना जाता है कि दशहरा पर्व पर बुराइयों का अंत हो जाता है लेकिन असल में हमारे बीच भी कई हैवानियत के ऐसे रावण बैठे है जिन्हे हमें जलाने की जरुरत है। अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियां बटोरने वाले स्वामी यति नरसिंहानंद महाराज रावण दहन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ऋषिकेश पहुंचे।


स्वामी यति नरसिंहानंद महाराज भरत विहार में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। मौके पर भरत रामलीला दशहरा कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र भटनागर और उनकी पूरी टीम ने महाराज का पुष्प वर्षा से स्वागत किया। इससे पहले एक होटल में स्वामी नरसिंहानंद ने पत्रकारों से बातचीत की।


उन्होंने कहा कि दशहरा पर्व पर रावण दहन करने का अब कोई मतलब नहीं रह गया है। रावण ने प्रभु श्री राम की पत्नी सीता को हरण करने का अपराध किया था। इसलिए रावण को उसके करें की सजा मौत के रूप में मिली। लेकिन वर्तमान में हमारी मां बहन बेटियों का जो लोग अपमान कर रहे हैं। अब उन्हें मारने और उनके पुतले जलाने की जरूरत है।

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