नीलकंठ कावड़ यात्रा में बढ़ी भीड़, पुलिस ने मेला क्षेत्र को 7 जोन और 23 सेक्टरों में बांटा
- ANH News
- 20 जुल॰
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नीलकंठ (ऋषिकेश)। पंचक समाप्त होते ही शुक्रवार की शाम से नीलकंठ मंदिर की ओर कांवड़ यात्रियों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने लगी। गरुड़चट्टी-नीलकंठ मोटर मार्ग पर शुक्रवार रात से ही दोपहिया वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है, जिससे कांवड़ यात्रा की रौनक बढ़ गई है। भीड़ की संभावना को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने मेला क्षेत्र को सात जोन और 23 सेक्टरों में विभाजित कर सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किया है।
पुलिस ने शुक्रवार सुबह से ही बढ़ती भीड़ के मद्देनजर मोटर मार्ग पर विभिन्न जगहों पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया था। जाम न लगने और यात्रियों की सुरक्षा के लिए गरुड़चट्टी-नीलकंठ मोटर मार्ग पर रातभर पुलिस टीमें कांवड़ियों की भीड़ को नियंत्रित करती रहीं।
भीड़ बढ़ने के कारण पीपलकोटी से नीलकंठ मंदिर के बीच यातायात दबाव में वृद्धि हुई, जिससे व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे पीपलकोटी से दिउली इंटर कॉलेज मैदान की ओर कांवड़ियों को रूट डायवर्ट किया गया। दिउली इंटर कॉलेज में लगभग दो हजार दोपहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जहां से कांवड़ यात्री पैदल चलकर कोठार गांव के रास्ते नीलकंठ मंदिर तक पहुंच रहे हैं।
इस वर्ष पहली बार खैरखाल तलाईं-नीलकंठ मोटर मार्ग पर भी कांवड़ियों के दोपहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जहां करीब दो हजार वाहनों को पार्क किया जा सकता है। यह पार्किंग स्थल मंदिर से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर है। वापसी में कांवड़ यात्री इसी मार्ग से खैरखाल तक लौटेंगे।
पुलिस अधीक्षक और मेला के नोडल अधिकारी अनुज कुमार ने बताया कि इस बार मेला क्षेत्र को कुल सात जोन और 23 सेक्टरों में बांटकर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। नीलकंठ क्षेत्र में कुल 814 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। इस दौरान चार राजपत्रित अधिकारी (पुलिस उपाधीक्षक) के साथ एसडीआरएफ, एटीएस, बीडीएस, जल पुलिस, आपदा राहत दल, अग्निशमन दल समेत अन्य पुलिसकर्मी भी सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के लिए मौजूद हैं।
पुलिस की सतर्कता और सुव्यवस्थित प्रबंध के कारण शनिवार को नीलकंठ-पीपलकोटी मार्ग पर वाहनों की भीड़ और जाम की समस्या में कमी देखी गई। इस व्यवस्थित सुरक्षा व यातायात प्रबंधन ने कांवड़ यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।





