UKSSSC Paper Case: युवा परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर डटे मैदान में, तीसरे दिन भी जारी धरना
- ANH News
- 25 सित॰
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अपडेट करने की तारीख: 26 सित॰

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की हालिया परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों को लेकर प्रदेश के युवा सड़कों पर उतर आए हैं। परेड ग्राउंड के पास चल रहा धरना प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा। युवाओं की मांग स्पष्ट है – परीक्षा को तत्काल रद्द किया जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
इस विरोध प्रदर्शन की शुरुआत सोमवार को हुई थी, जब सैकड़ों की संख्या में युवा परेड ग्राउंड के पास एकत्र हुए। वे मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया। तब से लेकर अब तक युवा वहीं डटे हुए हैं, और धरना दिन-रात जारी है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात कर वार्ता की थी। करीब एक घंटे तक बातचीत चली, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया। युवाओं ने साफ कह दिया कि जब तक परीक्षा रद्द नहीं की जाती, वे अपना आंदोलन खत्म नहीं करेंगे।
आंदोलनकारी युवाओं का आरोप है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर पेपर लीक और धांधली हुई है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सरकार की ओर से विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर दिया गया है, साथ ही एक पूर्व न्यायाधीश की निगरानी में स्वतंत्र जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
हालांकि, युवाओं का कहना है कि यह कार्रवाई पर्याप्त नहीं है। जब तक परीक्षा को रद्द कर सभी जिम्मेदारों के खिलाफ ठोस कदम नहीं उठाए जाते, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। धरने में कई सामाजिक और छात्र संगठनों के नेता भी शामिल होकर युवाओं को संबोधित कर चुके हैं।
यह विरोध प्रदर्शन उत्तराखंड में सरकारी भर्तियों की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करता है और युवाओं की नाराजगी इस बात का संकेत है कि अब वे केवल आश्वासनों से संतुष्ट नहीं होने वाले।





