top of page

उत्तराखंड बोर्ड की 10 वीं-12 वीं की परीक्षाफल सुधार परीक्षा का परिणाम घोषित

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 4 अक्टू॰
  • 2 मिनट पठन
ree

उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद द्वारा हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की अंक सुधार परीक्षा का परिणाम अंततः घोषित कर दिया गया है। इस परीक्षा में हाईस्कूल के विद्यार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 81.38 रहा, जबकि इंटरमीडिएट में 76 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल हुए। हालांकि यह परिणाम पूर्व निर्धारित समय पर जारी नहीं हो सका था।


वास्तव में, इस वर्ष अंक सुधार परीक्षा के परिणाम में देरी के पीछे कई प्रशासनिक और प्राकृतिक कारण जिम्मेदार रहे। पहले राज्य में पंचायत चुनावों की प्रक्रिया के चलते मूल्यांकन कार्य बाधित हुआ, इसके बाद उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में आई आपदा ने मूल्यांकन कार्यक्रम को और प्रभावित किया। वहीं राजकीय शिक्षक संघ द्वारा मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार ने भी इस देरी को और बढ़ा दिया। इन परिस्थितियों में परीक्षा परिषद को विकल्प स्वरूप अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराना पड़ा।


इस वर्ष हाईस्कूल में दो विषयों तथा इंटरमीडिएट में एक विषय में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को पुनः परीक्षा के माध्यम से पास होने का एक और अवसर प्रदान किया गया था। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 2 मई से 21 मई तक चली, जिसमें हाईस्कूल के लगभग 8,400 और इंटरमीडिएट के 10,706 विद्यार्थियों ने आवेदन किया।


परीक्षा का आयोजन राज्यभर में 4 से 11 अगस्त के बीच किया गया। इसके लिए उत्तराखंड में कुल 97 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। योजना के अनुसार परीक्षा परिणाम अगस्त माह में ही जारी किया जाना था, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य समय से पूरा न होने के कारण इसमें विलंब हुआ।


अब जब परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, छात्रों और अभिभावकों के बीच राहत का माहौल है। यह परिणाम न केवल विद्यार्थियों को आगे की शिक्षा में मार्ग प्रशस्त करने में सहायक होंगे, बल्कि परीक्षा प्रणाली की पारदर्शिता और उत्तराखंड बोर्ड की गंभीरता को भी रेखांकित करते हैं।

bottom of page