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नारी शक्ति से लेकर बलिदानियों के सम्मान तक, रजत जयंती सप्ताह में दिखेगा उत्तराखंड का आत्मगौरव

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 24 अक्टू॰
  • 3 मिनट पठन
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उत्तराखंड राज्य के गौरवशाली 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर राजधानी देहरादून में तीन से नौ नवंबर तक भव्य राज्य स्थापना रजत जयंती सप्ताह मनाया जाएगा। इस अवसर पर पूरे जनपद में प्रतिदिन अलग-अलग विषयों पर आधारित कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। रजत जयंती सप्ताह का मुख्य उद्देश्य राज्य की उपलब्धियों, सांस्कृतिक विरासत, सुशासन, महिला सशक्तिकरण और युवाओं की ऊर्जा को एक मंच पर प्रदर्शित करना है।


इस सप्ताह के दौरान हर दिन एक विशेष थीम को समर्पित रहेगा, जिसमें नारी शक्ति दिवस, सुशासन दिवस, यूथ स्पोर्ट्स, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, बलिदानियों को नमन, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक विरासत, रोजगार दिवस, स्वदेशी खाद्य और विकास का सफर जैसे विषय शामिल रहेंगे। प्रत्येक दिन के कार्यक्रमों में आमजन की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए राज्य के विकास और जनसरोकारों को केंद्र में रखा जाएगा।


भव्य कार्यक्रमों की तैयारी तेज-

राज्य स्थापना रजत जयंती सप्ताह और स्थापना दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी सविन बंसल ने बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ विस्तृत बैठक की। उन्होंने कहा कि रजत जयंती सप्ताह का आयोजन न केवल राज्य की प्रगति का प्रतीक होगा, बल्कि यह जनसहभागिता के माध्यम से उत्तराखंड की सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक पहचान को भी सशक्त करेगा।


जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिला मुख्यालय के साथ-साथ सभी ब्लॉकों और तहसीलों में भी कार्यक्रमों का आयोजन समयबद्ध रूप से किया जाए। उन्होंने सभी विभागों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि समारोहों में स्थानीय कलाकारों, शिक्षण संस्थाओं, स्वयं सहायता समूहों और युवाओं की अधिक से अधिक भागीदारी हो।


नारी शक्ति दिवस और सुशासन पर विशेष कार्यक्रम-

रजत जयंती सप्ताह की शुरुआत नारी शक्ति दिवस से की जाएगी, जिसके अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों (SHG) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत कार्यरत समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस अवसर पर महिला उद्यमियों को सम्मानित कर उनके कार्यों को प्रोत्साहित किया जाएगा।


सुशासन दिवस के दिन जनहित को केंद्र में रखकर सभी ब्लॉकों में वृहद बहुउद्देशीय शिविरों का आयोजन होगा, जहाँ विभिन्न विभागों के अधिकारी आम जनता की शिकायतों का मौके पर समाधान करेंगे। यह दिवस जनता और प्रशासन के बीच सीधा संवाद स्थापित करने का माध्यम बनेगा।


युवा शक्ति और पर्यावरण पर केंद्रित आयोजन-

यूथ डे के अवसर पर युवाओं की ऊर्जा और साहस को प्रोत्साहन देने के लिए क्रॉस कंट्री दौड़, पैराग्लाइडिंग, हॉट एयर बैलूनिंग जैसी एडवेंचर स्पोर्ट्स प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही आरबीआई की ओर से आमजन को बैंकिंग सुविधाओं और वित्तीय साक्षरता के बारे में जागरूक करने के लिए विशेष कार्यशाला आयोजित की जाएगी।


सप्ताह के दौरान नशा मुक्ति, सड़क सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के प्रति जनजागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। स्कूलों और कॉलेजों में विद्यार्थियों को इन विषयों से जोड़ने के लिए विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।


बलिदानियों और सांस्कृतिक धरोहरों को किया जाएगा नमन-

कार्यक्रमों की एक कड़ी में राज्य के अमर बलिदानियों और स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। उनके स्वजन एवं परिजनों को सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर जिले की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक धरोहरों पर भी सांस्कृतिक संध्याओं और लोकनृत्यों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें उत्तराखंड की लोक संस्कृति, लोक गीत और पारंपरिक वेशभूषा की झलक देखने को मिलेगी।


शैक्षणिक संस्थानों में ‘विजन-2050’ पर कार्यक्रम-

जिलाधिकारी सविन बंसल ने शिक्षण संस्थाओं में ‘विजन-2050’ विषय पर गोष्ठियों, निबंध लेखन और चित्रकला प्रतियोगिताओं के आयोजन के निर्देश दिए हैं, ताकि विद्यार्थी राज्य के भावी विकास की दिशा पर अपने विचार व्यक्त कर सकें। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के अगले 25 वर्षों का रोडमैप तभी सफल हो सकता है, जब युवा पीढ़ी इसके केंद्र में हो।


इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) के.के. मिश्रा, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी बृजेन्द्र पांडेय, जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपांकर घिल्डियाल सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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