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Uttarakhand: फूलों की घाटी में पर्यटकों की वापसी, आज रवाना हुआ पहला दल

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 1 जून
  • 2 मिनट पठन

उत्तराखंड: प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता से भरपूर विश्व धरोहर फूलों की घाटी एक बार फिर अपने दर्शकों के लिए 1 जून से खोल दी गई है। रविवार सुबह ठीक 7 बजे पर्यटकों का पहला दल घांघरिया से घाटी की ओर रवाना हुआ। घाटी के पहले दिन कुल 49 पर्यटक पहुंचे, जिनमें से 45 ऑफलाइन और 4 ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के माध्यम से आए।


प्राकृतिक चमत्कार की ओर पहला कदम

प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी फूलों की घाटी को 1 जून से 31 अक्तूबर तक आम जनता के लिए खोला गया है। यहां हर साल देश-विदेश से हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं, जो इसकी रंग-बिरंगी फूलों से सजी ढलानों और बादलों में लिपटी पर्वत श्रृंखलाओं को देखने के लिए आते हैं।


350 से अधिक फूलों की प्रजातियां, पीक सीजन जुलाई-अगस्त

वन विभाग के अनुसार, घाटी में जुलाई और अगस्त के महीनों में लगभग 350 से अधिक फूलों की प्रजातियां खिलती हैं, जिसे घाटी का पीक सीजन माना जाता है। पूरे सीजन में यहां 500 से अधिक फूलों की दुर्लभ प्रजातियां देखी जा सकती हैं, जिनमें कई केवल यहीं पाई जाती हैं।


आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी, ट्रैकिंग मार्ग तैयार

वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल ने जानकारी दी कि घाटी को खोलने से पहले सभी प्राकृतिक रास्तों की मरम्मत पूरी कर ली गई है। बर्फबारी से टूटे मार्गों को दुरुस्त किया गया है और गदेरों पर अस्थायी पुलिया भी बना दी गई हैं, ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।


ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा शुरू

इस बार प्रशासन ने सुविधाओं को और आसान बनाते हुए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था भी शुरू की है। पर्यटक अब घर बैठे घाटी की यात्रा के लिए पूर्व पंजीकरण कर सकते हैं, जिससे घाटी में पर्यटकों की संख्या को ट्रैक किया जा सके और भीड़ नियंत्रण बेहतर ढंग से किया जा सके।

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