मुर्गी पालकों को आर्थिक राहत, पहाड़ी जिलों में कुक्कुट फीड पर मिलेगी सब्सिडी
- ANH News
- 11 सित॰
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अपडेट करने की तारीख: 12 सित॰

उत्तराखंड सरकार ने पहाड़ी जिलों में मुर्गी पालन व्यवसाय से जुड़े किसानों और कारोबारियों को बड़ा तोहफा देने का निर्णय लिया है। राज्य की कैबिनेट ने बुधवार को मुहर लगाते हुए पहाड़ के नौ जिलों में मुर्गियों के चारे यानी कुक्कुट फीड पर प्रति किलो 10 रुपये की सब्सिडी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस योजना का उद्देश्य खासतौर पर उन मुर्गी पालकों को आर्थिक राहत प्रदान करना है, जो यहां की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में उच्च लागत वाले चारे के कारण उत्पादन लागत बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं।
उत्तराखंड के महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने बताया कि राज्य में पोल्ट्री मीट और अंडों की कमी को दूर करने तथा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए कुक्कुट विकास की विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इनमें ब्रायलर फार्म और कुक्कुट वैली स्थापना योजनाएं भी शामिल हैं, जो राज्य क्षेत्र के तहत क्रियान्वित हो रही हैं। इन पहाड़ी क्षेत्रों में मुर्गी पालन से जुड़े लोग सबसे बड़ी समस्या के रूप में कुक्कुट फीड की अधिक कीमतों को बताते हैं, क्योंकि मैदानी इलाकों के मुकाबले यहां फीड की उपलब्धता कम होने के साथ-साथ उसकी लागत भी काफी ज्यादा होती है। इससे उनकी उत्पादन लागत बढ़ जाती है और बाजार में उचित मूल्य न मिलने की स्थिति बन जाती है, जिससे उनका कारोबार प्रभावित होता है।
इस नई सब्सिडी योजना से न केवल मुर्गी पालकों को उत्पादन लागत में कमी आएगी, बल्कि इससे उन्हें बेहतर आर्थिक समृद्धि और स्वरोजगार के अवसर भी मिलेंगे। पहाड़ों में मुर्गी पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए यह कदम सरकार की ग्रामीण और आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है, जो स्थानीय किसानों और कारोबारियों के लिए राहत का सबब बनेगा।





