top of page

कर्णप्रयाग रेलवे स्टेशन पर 4 अतिरिक्त ट्रैक और सुरंगों का निर्माण, 611 करोड़ रुपये का टेंडर जारी

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 12 फ़र॰
  • 2 मिनट पठन

ree

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत कर्णप्रयाग रेलवे स्टेशन को अब और भी विशाल बनाया जाएगा। यह निर्णय कर्णप्रयाग की सामरिक महत्ता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। यहां पहले से प्रस्तावित 22 ट्रैक के बजाय अब 26 ट्रैक होंगे, जिससे स्टेशन की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इस अतिरिक्त निर्माण कार्य के लिए 611 करोड़ रुपये का टेंडर जारी कर दिया गया है, और जल्द ही इसका कार्य आरंभ होने की उम्मीद है।


सामरिक उद्देश्यों के लिए बदलाव

------------------------------------------------

रेलवे विकास निगम के अधिकारियों ने बताया कि यह बदलाव कर्णप्रयाग रेलवे स्टेशन की सामरिक महत्ता को देखते हुए किया जा रहा है, खासतौर पर सेना की गतिविधियों और अन्य सुरक्षा कारणों के मद्देनजर। कर्णप्रयाग में अब 26 ट्रैक बनाए जाएंगे, जिनमें से चार ट्रैक दो सुरंगों के अंदर बनाए जाएंगे। इसके लिए नई सुरंगों का निर्माण भी किया जाएगा, और इन सुरंगों के माध्यम से सामान लाने और ले जाने के लिए एक सड़क सुरंग का भी निर्माण किया जाएगा।


तीन प्रमुख स्टेशन और परियोजना का विस्तार

---------------------------------------------------------

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना में तीन मुख्य स्टेशन हैं – कर्णप्रयाग, योगनगरी और श्रीनगर। कर्णप्रयाग स्टेशन पर कुल 26 ट्रैक होंगे, जिनमें चार यात्री प्लेटफार्म और एक गुड्स प्लेटफार्म भी होगा। वहीं, योगनगरी स्टेशन पर 18 ट्रैक और तीन यात्री प्लेटफार्म बनाए जाएंगे। श्रीनगर स्टेशन पर 5 ट्रैक और चार यात्री प्लेटफार्म होंगे, इसके अलावा एक गुड्स प्लेटफार्म भी होगा। अन्य छोटे रेलवे स्टेशनों पर 2 से 3 ट्रैक होंगे।


पूरी परियोजना के तहत 13 स्टेशन और निर्माण कार्य की शुरुआत

---------------------------------------------------------------------------------------

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन में कुल 13 स्टेशन होंगे, जिनमें से वीरभद्र और योगनगरी रेलवे स्टेशन का कार्य पहले ही पूरा हो चुका है। फिलहाल, योगनगरी रेलवे स्टेशन तक ट्रेनें चल रही हैं। बाकी स्टेशन जैसे शिवपुरी, ब्यासी, देवप्रयाग, जनासू, मलेथा, श्रीनगर, धारीदेवी, तिलनी, घोलतीर, गौचर और सिंवई (कर्णप्रयाग) पर भी निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है, और ये स्टेशन जल्द ही सक्रिय होंगे।



यह परियोजना न केवल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होगी, बल्कि कर्णप्रयाग की सामरिक महत्ता को भी मजबूती प्रदान करेगी, जिससे क्षेत्र में सुरक्षा और सेना की गतिविधियों में भी आसानी होगी।

bottom of page