सशक्तिकरण की पहचान: 13 मातृ शक्ति को मुख्यमंत्री ने तीलू रौतेली पुरस्कार से किया सम्मानित
- ANH News
- 5 सित॰
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अपडेट करने की तारीख: 6 सित॰

देहरादून – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को आईआरडीटी सभागार में आयोजित "तीलू रौतेली पुरस्कार समारोह 2024-25" में प्रदेशभर की 13 उत्कृष्ट महिलाओं को सम्मानित किया। इस गरिमामयी अवसर पर महिलाओं के योगदान को न केवल सराहा गया, बल्कि उन्हें राज्य निर्माण की सशक्त वाहक भी बताया गया।
"हर जनपद आपदा से प्रभावित, फिर भी हौसला अडिग"
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस बार प्रदेश का कोई भी जनपद ऐसा नहीं बचा जो आपदा से अछूता रहा हो। इसके बावजूद राज्य प्रशासन केंद्र सरकार की मदद से ग्राउंड जीरो पर पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है।
“हर साल हम इस चुनौती का सामना करते हैं, पर हमें विश्वास है कि हम आने वाले समय में उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल कर दिखाएंगे।”
इस विश्वास की नींव, उन्होंने कहा, हमारी मातृशक्ति है, जो सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक, खेल और अन्य क्षेत्रों में निरंतर नई ऊंचाइयों को छू रही है।
महिला शक्ति का अभिनंदन: तीलू रौतेली पुरस्कार विजेताएं
मुख्यमंत्री धामी व महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने प्रदेश की 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया। ये महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों जैसे खेल, साहित्य, समाजसेवा, और लोक कला में अपनी अद्वितीय उपलब्धियों के लिए जानी जाती हैं।
इन्हें मिला तीलू रौतेली पुरस्कार 2024-25
- मीता उपाध्याय (बागेश्वर) - सामाजिक क्षेत्र
- अलीशा मनराल (चमोली) - खेल
- सुरभि (चम्पावत) - साहित्य
- अनामिका बिष्ट (चम्पावत) - खेल
- शिवानी गुप्ता (देहरादून) - खेल, समाजसेवा
- रूमा देवी (हरिद्वार) - खेल
- नैना (नैनीताल) - खेल
- रोशमा देवी (पौड़ी गढ़वाल) - सामाजिक क्षेत्र
- रेखा भट्ट (पिथौरागढ़) - सामाजिक क्षेत्र
- हेमा नेगी करासी (रुद्रप्रयाग) - लोक गायन
- साक्षी चौहान (टिहरी गढ़वाल) - खेल
- रेखा (ऊधमसिंह नगर) - खेल
- विजयलक्ष्मी जोशी (उत्तरकाशी) - सामाजिक क्षेत्र
सम्मानित हुईं 33 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता:
कार्यक्रम में राज्यभर की 33 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी उनकी मेहनत, समर्पण और सेवाभाव के लिए राज्य स्तरीय सम्मान प्रदान किया गया। यह सम्मान उनके सतत योगदान और ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों व माताओं की सेवा के लिए दिया गया।
राज्य स्तरीय आंगनबाड़ी पुरस्कार प्राप्तकर्ता 2024-25
(प्रत्येक जिले से चयनित कुछ नामों का उल्लेख नीचे किया गया है
अल्मोड़ा: सुनीता देवी, सोनी फर्तयाल
बागेश्वर: मुन्नी रावत
चमोली: शोभा देवी
चम्पावत: सरोजनी देवी, दीपा पांडे
देहरादून: पिंकी भट्ट, उर्मिला तोमर, नंदिनी
हरिद्वार: वंदना सैनी, इंदु, ललिता सहगल, सोनिया शर्मा
नैनीताल: नीता आर्या, कंचन तिवारी, सीमा कुमारी
पौड़ी गढ़वाल: उषा बिष्ट, गंगोत्री
पिथौरागढ़: हेमा जैन, पुष्पा देवी, वंदना, विमला रावल
रुद्रप्रयाग: जानकी भंडारी
टिहरी गढ़वाल: सुनीता भट्ट, ज्योति सजवाण, बागेश्वरी
ऊधमसिंह नगर: ममता राणा, साइमा इकबाल, अनीता कटारिया, मीना नगडाली
उत्तरकाशी: सुनीता भट्ट, मंजू पंवार
महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाए गए कदम:
मुख्यमंत्री ने राज्य में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें समान अवसर दिलाने के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण फैसलों का भी उल्लेख किया:
राजकीय सेवाओं में महिलाओं के लिए 30% आरक्षण
समान नागरिक संहिता (UCC) के तहत महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा
तीलू रौतेली पुरस्कार राशि में वृद्धि – ₹11,000 से बढ़ाकर ₹51,000
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मानदेय में वृद्धि
महिला खिलाड़ियों को पुरुष खिलाड़ियों के बराबर प्रोत्साहन राशि
वीरांगना तीलू रौतेली: प्रेरणा की प्रतीक:
मंत्री रेखा आर्या ने वीरांगना तीलू रौतेली के ऐतिहासिक योगदान को याद करते हुए कहा:
“1661 में मात्र 15 वर्ष की उम्र में उन्होंने जिस वीरता और नेतृत्व का परिचय दिया, वह आज भी प्रदेश की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत है।”
राजनीतिक टिप्पणी: पीएम मोदी की माता के अपमान पर तीखी प्रतिक्रिया:
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री धामी ने हाल ही में बिहार की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माता के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणी पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मौन सहमति की आलोचना की।
उन्होंने वहां उपस्थित महिलाओं से अपील की कि वे हर विपक्षी नेता से यह सवाल अवश्य पूछें –“क्या उन्हें मोदी जी की माता के अपमान पर पश्चाताप है?”
समारोह में विशेष उपस्थिति:
इस कार्यक्रम में राजपुर विधायक खजानदास, विभागीय सचिव चंद्रेश कुमार, विभागीय निदेशक बंसीलाल राणा, और अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।





