चारधाम यात्रा: डीएम सविन बंसल ने दिए कड़े निर्देश, व्यवस्थाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
- ANH News
- 26 अप्रैल
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चारधाम यात्रा की सुचारू और सुव्यवस्थित संचालन को सुनिश्चित करने के लिए ज़िला अधिकारी (डीएम) सविन बंसल ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को व्यवस्थाओं को पूरी तरह चाकचौबंद करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यात्रा प्रबंधन में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक: रजिस्ट्रेशन सेंटर 24 घंटे देगा सेवा
डीएम बंसल ने गुरुवार को चारधाम यात्रा बस ट्रांजिट कैंप परिसर में एक समीक्षा बैठक आयोजित कर तैयारियों की गहन समीक्षा की। उन्होंने बताया कि ट्रांजिट कैंप में स्थापित हाईटेक रजिस्ट्रेशन सेंटर 25 अप्रैल से 24 घंटे चालू रहेगा।
इस सेंटर में कुल 30 रजिस्ट्रेशन काउंटर संचालित किए जाएंगे, जिनकी निगरानी एथिक्स कंपनी द्वारा की जाएगी। यात्रियों की सहायता के लिए 80 प्रशिक्षित ‘यात्रा मित्र’ भी तैनात किए जा रहे हैं।
यात्रियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान, आधुनिक सुविधाओं से लैस ट्रांजिट कैंप:
-वातानुकूलित प्रतीक्षालय
-सुलभ शौचालय
-दिव्यांगजनों हेतु लिफ्ट
-सात्विक भोजन युक्त फूड कोर्ट
-वाटर कूलर और पेयजल सुविधा
-सीसीटीवी निगरानी
-फायर स्टेशन
-24x7 मेडिकल सहायता केंद्र
साथ ही, डीएम ने हाईस्पीड इंटरनेट की वैकल्पिक सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि किसी भी तकनीकी समस्या के कारण पंजीकरण में बाधा न आए।
होल्डिंग क्षेत्र में 'जर्मन हैंगर', ऑन-स्पॉट रजिस्ट्रेशन की मोबाइल टीमें
यात्रियों के आराम के लिए ट्रांजिट कैंप के होल्डिंग क्षेत्रों में 'जर्मन हैंगर' टेंट लगाए जाएंगे। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाने के लिए एनआईसी को इसकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है।
साथ ही, फेस रिकॉग्निशन तकनीक से सुसज्जित 25 कर्मियों की मोबाइल टीम तैनात की जा रही है, जो आईएसबीटी और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर यात्रियों का ऑन-स्पॉट रजिस्ट्रेशन करेंगी।
स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़: फार्मासिस्ट की नियुक्ति और स्क्रीनिंग व्यवस्था
यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए प्रत्येक चेकिंग पॉइंट पर फार्मासिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को आउटसोर्स के माध्यम से 10 फार्मासिस्टों की तैनाती के निर्देश दिए हैं। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग द्वारा यात्रियों की स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है।
जल, स्वच्छता और भोजन: सभी स्तरों पर सजग प्रशासन
यात्रियों के लिए 200 से अधिक सार्वजनिक शौचालयों के संचालन के साथ, जल संस्थान को प्रतिदिन 18,000 लीटर से अधिक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। डीएम ने नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि यात्रा अवधि में समय-समय पर लार्वा निरीक्षण, मच्छर नियंत्रण, और सफाई व्यवस्था की नियमित निगरानी की जाए।
इसके अतिरिक्त, एनएचएम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा यात्रियों को न्यूनतम दरों पर सात्विक भोजन और डॉरमेट्री विश्राम गृह की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। ट्रांजिट कैंप में 350 यात्रियों की क्षमता वाली डॉरमेट्री का संचालन भी किया जाएगा। निशुल्क भोजन सेवा भी सुनिश्चित की जा रही है ताकि हर यात्री को यात्रा के प्रत्येक चरण में गरिमामय अनुभव मिले।
यातायात और पार्किंग प्रबंधन: हर चेकिंग पॉइंट पर विशेष व्यवस्था
डीएम ने यात्रा मार्ग के पांच प्रमुख चेकिंग पॉइंट – आईएसबीटी, ट्रांजिट कैंप, आईडीपीएल, सत्यनारायण मंदिर, और खांड गांव – पर अतिरिक्त प्रवर्तन बल तैनात करने और यातायात प्रबंधन को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।
आईडीपीएल क्षेत्र में 1500 से अधिक वाहनों की पार्किंग, तथा ट्रांजिट पार्किंग में 200 छोटे और 150 बड़े वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
आपातकालीन और अतिरिक्त भीड़ की स्थिति से निपटने के लिए शासन स्तर से 10 मिनी बसें उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया गया है। यात्रियों की जानकारी के लिए सभी चेकिंग स्थलों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, जिन पर लाइव यात्री संख्या, चारधाम आरती, और धार्मिक भजन प्रसारित होंगे।
निरीक्षण के दौरान कड़ी चेतावनी: “कोई भी व्यवस्था अधूरी न रहे”
ट्रांजिट कैंप का निरीक्षण करते हुए डीएम सविन बंसल ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि एक भी व्यवस्था में कोई कमी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि एक कड़ी कमजोर होने से संपूर्ण व्यवस्था प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा, “संसाधनों की कमी को बहाना बनाना किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के लिए स्वीकार्य नहीं होगा।”
उपस्थित अधिकारीगण
इस महत्वपूर्ण बैठक और निरीक्षण में एसएसपी अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, एसडीएम योगेश मेहरा, नगर आयुक्त शैलेंद्र नेगी, एथिक्स मॉनिटरिंग एजेंसी, और स्वास्थ्य, पर्यटन, परिवहन, जल संस्थान, पुलिस, और नगर निगम सहित सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।