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उत्तराखंड के लोक कला, कारीगरी और उत्पादों को मिलेगी वैश्विक पहचान, शिवराज सिंह चौहान का बड़ा ऐलान

  • लेखक की तस्वीर: ANH News
    ANH News
  • 18 घंटे पहले
  • 3 मिनट पठन

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उत्तराखंड में स्थानीय उत्पादों के वैश्विक बाजार में स्थान बनाने की संभावना जताई। उन्होंने कहा कि राज्य के कृषि, हस्तशिल्प और लोक कला के उत्पादों को अगर सही तरीके से रिसर्च, ब्रांडिंग और प्रमाणीकरण किया जाए, तो ये दुनिया भर में लोकप्रिय हो सकते हैं। शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को आईडीपीएल देहरादून में आयोजित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत लखपति दीदी और किसानों से संवाद कार्यक्रम में भाग लिया।


उत्तराखंड के उत्पादों की विश्व स्तर पर पहचान बनाने की पहल

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उत्तराखंड के उत्पाद न केवल उत्कृष्ट गुणवत्ता के हैं, बल्कि यहां की परंपरागत कारीगरी और लोक कला भी बहुत खास है। उन्होंने कहा,


"अगर इन उत्पादों पर ठीक ढंग से रिसर्च किया जाए, उनकी मार्केटिंग, पैकेजिंग और प्रमाणीकरण की व्यवस्था हो, तो ये उत्पाद पूरी दुनिया में धूम मचा सकते हैं।"


शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकार से सहयोग की आश्वासन देते हुए कहा कि केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय जल्द ही राज्य में एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित करेगा। इस सेंटर का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड और अन्य हिमालयी राज्यों के उत्पादों का सही तरीके से शोध कर उन्हें वैश्विक मंच पर पेश करना होगा।


उन्होंने कहा,


"मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की इच्छा है कि इन कार्यों को सफलतापूर्वक लागू किया जाए। भारत सरकार इस पहल को समर्थन देने के लिए तैयार है।"


उत्तराखंड की भूमि और संस्कृति की सराहना

शिवराज सिंह चौहान ने उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और संस्कृति की भी सराहना की। उन्होंने कहा,


"अगर दुनिया में कहीं स्वर्ग है, तो वह देवभूमि उत्तराखंड है। यहाँ की जनता सरल, सच्ची, ईमानदार और स्वाभिमानी है।"


उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड के लोग अपनी पारंपरिक संस्कृति और मेहनत के लिए प्रसिद्ध हैं, और वे विश्वास दिलाते हैं कि उनकी सरकार राज्य के सम्मान और गरिमा को कभी कम नहीं होने देगी।

उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि,


"हम मिलकर राज्य के विकास के लिए काम करेंगे और उत्तराखंड को हर क्षेत्र में उत्कृष्ट बनाएंगे।"


'हाउस ऑफ हिमालयाज' को दी प्रशंसा

केंद्रीय कृषि मंत्री ने उत्तराखंड सरकार के 'हाउस ऑफ हिमालयाज' पहल की भी सराहना की। यह पहल पारंपरिक शिल्प और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को वैश्विक स्तर पर लाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। उन्होंने कहा कि यह ब्रांड उत्तराखंड के प्रामाणिक और हस्तशिल्प उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए काम करेगा।


यह पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 में लॉन्च की गई थी और इसका उद्देश्य स्थानीय कारीगरों को एक मंच प्रदान करना है ताकि उनके उत्पादों को दुनिया भर में पहचान मिल सके।


पहाड़ों को आबाद रखने का आह्वान

केंद्रीय मंत्री ने पहाड़ी इलाकों में लोगों के रहने के महत्व पर जोर दिया और कहा,


"मैं हाथ जोड़कर आपसे आह्वान करता हूं कि पहाड़ आबाद रहें। राज्य सरकार यहां की मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।"


उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1,74,000 से अधिक लोगों के लिए आवास का सर्वे किया गया है, जबकि 400 से अधिक गांवों में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सर्वे किया गया है।


किसानों और कारीगरों के सशक्तिकरण के लिए सरकार प्रतिबद्ध

शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के किसानों और कारीगरों के सशक्तिकरण के लिए उत्तराखंड सरकार के प्रयासों की सराहना की और कहा कि केंद्रीय सरकार इस दिशा में हर संभव मदद करेगी। उन्होंने इस कार्यक्रम में लखपति दीदी और किसानों से संवाद करते हुए राष्ट्रव्यापी ग्रामीण विकास योजना को सफल बनाने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।


कार्यक्रम में थे ये प्रमुख लोग मौजूद

कार्यक्रम में उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, मेयर शंभू पासवान, देहरादून मेयर सौरभ थपलियाल और अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे।

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